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गुरु पूर्णिमा विशेष: शिर्डी में श्रद्धा और भक्ति से गूंजा हर कोना
शिर्डी, महाराष्ट्र –
गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर शिर्डी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी। देशभर से हजारों की संख्या में साईं भक्तों ने शिर्डी पहुंचकर बाबा को नमन किया और अपने जीवन को धन्य किया।
इस वर्ष शिर्डी साईं संस्थान द्वारा भव्य कार्यक्रमों का आयोजन किया गया, जिसमें भजन संध्या, पालकी यात्रा, आरती, और विशाल अन्नदान प्रमुख आकर्षण है। सुबह 4 बजे काकड़ आरती से दिन की शुरुआत हुई, और पूरे दिन साईं बाबा मंदिर में हर घंटे भक्तों की लंबी कतारें देखी गईं।
साईं बाबा – श्रद्धा और सबुरी के प्रतीक
साईं बाबा को गुरु मानने वाले लाखों भक्तों के लिए यह दिन आत्मिक ऊर्जा और मार्गदर्शन पाने का अवसर है। शिर्डी की पावन भूमि आज श्रद्धा और सबुरी की भावनाओं से सराबोर हो गई।
"हर साल श्रद्धालु गुरु पूर्णिमा पर शिर्डी आते हैं। बाबा उनकें जीवन के सच्चे गुरु हैं। शिर्डी आकर श्रद्धालु के मन को असीम शांति मिलती है।"
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शिर्डी में गुरु पूर्णिमा का भव्य उत्सव, साईं बाबा की पालकी यात्रा में उमड़े हजारों श्रद्धालु
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News 4p India कवरेज मां बाप को भूलना नहीं
माता-पिता की सेवा करने से जीवन भर ग्लानि नहीं रहती, बल्कि लगता है कि उनका आशीर्वाद हमारे साथ है. माँ-बाप अशक्त होने पर भी संतान पर बोझ बनना नहीं चाहते. माँ-बाप की सेवा उस समय करनी चाहिए, जब उनको ज़रूरत हो.
मां-बाप के अरमान पूरे करने चाहिए.
लाखों कमाने के बाद भी मां-बाप से ज़्यादा नहीं.
सेवा के बिना सब कुछ बेकार है.
संतान से सेवा की उम्मीद रखनी चाहिए और खुद भी सेवा करनी चाहिए.
जैसा कर्म वैसा फल, यह न्याय नहीं भूलना चाहिए.
स्वयं गीले में सोकर, हमें सुखी जगह सुलाया.
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