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राजभवन कर्मचारी ने बंगाल के राज्यपाल सीवी बोस के खिलाफ यौन उत्पीड़न की शिकायत दर्ज कराई

Kolkata

कोलकाता: एक चौंकाने वाली घटना में, राजभवन की एक अस्थायी महिला कर्मचारी ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस के खिलाफ उत्पीड़न के आरोप लगाए हैं। उन्होंने इस संबंध में हेयर स्ट्रीट पुलिस स्टेशन के कार्यकारी प्रमुख के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है। विशेष रूप से, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल के खिलाफ आरोप पीएम मोदी की दो दिवसीय पश्चिम बंगाल यात्रा से ठीक पहले आए हैं, जहां उनसे लोकसभा चुनाव 2024 के लिए रैलियों को संबोधित करने की उम्मीद है।

“सच्चाई की जीत होगी। मैं इंजीनियरी आख्यानों से डरने से इनकार करता हूं। अगर कोई मुझे बदनाम करके कुछ चुनावी फायदा चाहता है तो भगवान उनका भला करे।' लेकिन वे पश्चिम बंगाल में भ्रष्टाचार और हिंसा के खिलाफ मेरी लड़ाई को नहीं रोक सकते”, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा।

कर्मचारी गवर्नर हाउस शांति कक्ष (कैजुअल स्टाफ) में काम कर रहा था।

टीएमसी नेता शशि पांजा की प्रतिक्रिया

राज्य के राज्यपाल के खिलाफ कथित छेड़छाड़ मामले पर टीएमसी नेता शशि पांजा कहते हैं, ''हम पूरी तरह से हैरान हैं। जो राज्यपाल महिलाओं के अधिकारों की बात करते हुए संदेशखाली पहुंचे थे वही अब एक शर्मनाक घटना में शामिल हो गए हैं. उन्होंने अपने पद और अपनी कुर्सी की प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया है.' पीड़िता राजभवन में स्टाफ सदस्य है... इससे ज्यादा शर्मनाक कुछ नहीं हो सकता कि एक राज्यपाल ऐसे जघन्य अपराधों में शामिल हो और वह भी राजभवन में... आज पीएम राज्य में आ रहे हैं और वह राजभवन में ही रुकेंगे. हम इस मामले पर उनकी प्रतिक्रिया जानना चाहते हैं... वह शिकायत दर्ज करने में अनिच्छुक थी, वह डरी हुई थी और आत्मविश्वास से लबरेज थी। आख़िरकार राज्यपाल एक शक्तिशाली व्यक्ति हैं…”

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने केरल में वोट डाला

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने शुक्रवार सुबह लोकसभा चुनाव के दूसरे चरण में केरल के तिरुवनंतपुरम में अपना वोट डाला। वोट डालने के बाद पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने लोगों से वोट करने की अपील की और कहा कि किसी का वोट नहीं खोना चाहिए.

“मतदान आम आदमी की शक्ति का प्रतीक है, और प्रत्येक नागरिक को लोकतंत्र और राष्ट्र को मजबूत करना चाहिए। मैं कहूंगा कि किसी का वोट नहीं खोना चाहिए.' सभी को वोट डालना अपना कर्तव्य बनाना चाहिए। हम सभी को राष्ट्र के विकास में भागीदार बनना चाहिए, ”सीवी आनंद बोस ने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा।

देश के युवाओं को प्रोत्साहित करते हुए पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने कहा कि उन्हें यह एहसास होना चाहिए कि भविष्य को आकार देने की शक्ति उनके पास है।

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बालको के रेलवे रैक से सस्टेनेबिलिटी एवं उत्कृष्ट उत्पादन को मिला बढ़ावा

बालकोनगर, 17 अप्रैल, 2024

वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने प्रचालन में पहला बोगी ओपन बॉटम रैपिड डिस्चार्ज न्यूमेटिक हाई स्पीड मॉडल-2 (बीओबीआरएनएचएसएम2) रेलवे रैक शामिल किया है। कच्चे माल की खरीद के लिए यह उत्कृष्ट आपूर्ति श्रृंखला एवं सस्टेनेबिलिटी को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। रेल के माध्यम से कोयले की आपूर्ति को सुचारू रूप से चलाने वाले इस स्ट्रेजिक निर्णय से प्रचालन की दक्षता में वृद्धि होगी। प्रत्येक रैक लगभग 120 ट्रकों की आवश्यकता को पूरा करेगा।

भारतीय रेलवे द्वारा प्रस्तावित सामान्य प्रयोजन वैगन निवेश योजना (जीपीडब्ल्यूआईएस) के अंतर्गत शुरू की गई। इस पहल का उद्देश्य कोयला संसाधनों के वितरण को सुव्यवस्थित करना है, जो लॉजिस्टिक लागत में कमी के साथ घरेलू आपूर्ति श्रृंखला को बेहतर करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। बीओबीआरएन वैगन में बॉटम डिस्चार्ज दरवाजे हैं जो जल्दी एवं कम समय की लागत में अनलोडिंग प्रक्रिया की सुविधा प्रदान करते हैं। यह कच्चे माल प्राप्त करने के लिए औसत रोटेशन चक्र को सुचारू बनाने में मदद करता है जो बालको जैसे प्रमुख इंडस्ट्री ऑपरेशन के प्रक्रिया को सस्टेनेबल बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

सड़क परिवहन की तुलना में रेल परिवहन कई फायदे हैं। रेलवे की विशाल भार क्षमता ने सड़क नेटवर्क की निर्भरता और सार्वजनिक बुनियादी ढांचे के बोझ को कम किया है जिससे सड़क सुरक्षा और यातायात प्रबंधन में वृद्धि हुई है। यह सामग्री की आवाजाही से जुड़े कार्बन फुटप्रिंट को कम करके इंडस्ट्री ऑपरेशन को अधिक सस्टेनेबल बनाने में मदद करता है, जिससे सस्टेनेबिलिटी प्रयासों में महत्वपूर्ण योगदान मिला है।

इनोवेशन सॉल्यूशन को अपनाने पर बोलते हुए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको बेहतर व्यावसायिक प्रदर्शन के लिए अग्रणी तकनीक और हरित समाधानों का उपयोग करने के लिए कटिबद्ध है। कंपनी में बीओबीआरएनएचएसएम2 रैक की शुरूआत सस्टेनेबल दृष्टिकोण को दर्शाता है। संयंत्र के भीतर और बाहर प्रचालन उत्कृष्टता को बढ़ावा देने के लिए हमारे सभी प्रयास सेफ्टी और सस्टेनेबिलिटी प्रतिबद्धता के अनुरूप हैं। यह कदम सुरक्षित प्रचालन संस्कृति को बढ़ावा देने के साथ हमें ऐसे भविष्य की ओर भी प्रेरित करता है जहां सस्टेनेबिलिटी हमारे व्यवसाय के हर पहलू में अंतर्निहित है।

इस स्ट्रेजिक इनोवेशन का बालको की प्रचालन उत्कृष्टता को बढ़ाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका हैं। फिनिश्ड प्रोडक्ट (एफजी) वाहनों के लिए डिजिटल ट्रैकिंग मैकेनिज्म के कार्यान्वयन से बालको को अपने संयंत्र प्रचालन के भीतर 5.45 घंटे का सबसे कम औसत टर्न-अराउंड-टाइम (टीएटी) हासिल करने में मदद मिली है। पहले के औसत टीएटी 15 घंटे की अवधि की तुलना में एक उल्लेखनीय सुधार है। एल्यूमिनियम उद्योग में पहली बार मशीनीकृत इंगॉट लोडिंग की शुरूआत हुई है जो ग्राहक संतुष्टि को बढ़ावा देने के साथ प्रचालन में सुरक्षा वृद्धि तथा समय और संसाधन की बचत को सुनिश्चित किया है।  

कंपनी ने डिजिटल नवाचार में विभिन्न पहल की शुरू किये हैं जैसे- फिनिश्ड गुड्स कंट्रोल टॉवर जिसमें 24X7 लाइव मॉनिटरिंग डैशबोर्ड शामिल है जो रियल टाइम जीपीएस ट्रैकिंग और स्पीड मॉनिटरिंग प्रदान कर पूरे 24 घंटे बिना रूकावट संचालन सुनिश्चित हुई है। रेलवे यार्डों में केंद्रीकृत सीसीटीवी निगरानी के कार्यान्वयन से सुरक्षा और निगरानी क्षमताओं में वृद्धि हुई है। इन्हीं प्रयासों से बालको को क्वालिटी सर्कल के चैप्टर कन्वेंशन में चार श्रेणियों में स्वर्ण पदक जीतने में मदद मिली है जो लॉजिस्टिक्स में उत्कृष्टता के प्रति उसकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है। नवाचार की निरंतर खोज के साथ बालको ने वैश्विक एल्यूमिनियम उद्योग में अग्रणी के रूप में अपनी स्थिति को मजबूत किया जिससे इसके प्रचालनों के सभी पहलुओं में प्रगति और उत्कृष्टता प्राप्त हुई है।

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कोयंबटूर से भारतीय छात्र गिरफ्तार, कैंपस में इजरायल विरोधी प्रदर्शन के कारण अमेरिकी विश्वविद्यालय से प्रतिबंधित

Tamil Nadu

तमिलनाडु के कोयंबटूर के रहने वाले भारतीय मूल के छात्र अचिंत्य शिवलिंगम को गिरफ्तार कर लिया गया है और अमेरिका में प्रिंसटन विश्वविद्यालय से प्रतिबंधित कर दिया गया है। यह कार्रवाई कैंपस के मैदान में छात्रों के नेतृत्व वाले फ़िलिस्तीन समर्थक विरोध प्रदर्शन में उनकी भागीदारी के बाद हुई है। एक अन्य छात्र हसन सईद के साथ गिरफ्तारी तब हुई जब छात्रों ने चेतावनियों की अवहेलना की और विश्वविद्यालय के मैककोश कोर्टयार्ड में तंबू लगा दिए। यह घटना गाजा में इजरायल-हमास संघर्ष के खिलाफ प्रमुख अमेरिकी विश्वविद्यालयों में व्यापक विरोध प्रदर्शन के बीच हुई।

विश्वविद्यालय के प्रवक्ता जेनिफर मॉरिल ने कहा, दो स्नातक छात्रों को अतिक्रमण के आरोप में गिरफ्तार किया गया और उन्हें "परिसर से तुरंत बाहर निकाल दिया गया"। उन्हें अनुशासनात्मक कार्रवाई का भी सामना करना पड़ता है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवलिंगम प्रिंसटन में इंटरनेशनल डेवलपमेंट में मास्टर्स इन पब्लिक अफेयर्स के छात्र हैं, जबकि सईद वहां पीएचडी उम्मीदवार हैं।

विरोध प्रदर्शन में शुरू में लगभग 110 व्यक्ति शामिल थे, लेकिन दिन चढ़ने के साथ यह संख्या लगभग 300 तक पहुंच गई। गिरफ़्तारियों के बावजूद प्रदर्शनकारियों को अपने तंबू तोड़ने के लिए प्रेरित करने के बावजूद, उन्होंने धरने के माध्यम से अपना प्रदर्शन जारी रखा।

यह घटनाक्रम विश्वविद्यालय परिसरों में इज़राइल-फिलिस्तीन मुद्दे को लेकर चल रहे तनाव और सक्रियता को रेखांकित करता है, जो संघर्ष के प्रभाव और इससे प्रेरित एकजुटता आंदोलनों के लिए व्यापक वैश्विक चिंता को दर्शाता है।

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बालको ने समुदाय के साथ धूमधाम से मनाया उन्नति उत्सव

नई दिल्ली, 27 फरवरी 2024

स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को उद्यमशीलता कौशल को निखारने का अवसर दिया

 प्रेरणादायक लोगों को उनके सामाजिक योगदान के लिए सम्मानित किया

समुदायिक स्वास्थ्य एवं कल्याण के लिए एक नई मोबाइल हेल्थ वैन (एमएचवी) लॉन्च

बालकोनगर, वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) में सामुदायिक विकास कार्यक्रम की ‘उन्नति परियोजना’ के अंतर्गत ‘उन्नति उत्सव’ का तीसरा वार्षिकोत्सव सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 2024 के अवसर पर आयोजित साप्ताहिक कार्यक्रम का उद्देश्य समुदाय की महिलाओं में उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देना था। कार्यक्रम में प्रदर्शनी के माध्यम से उद्यमशीलता कौशल से संपन्न और स्वयं सहायता समूहों में संगठित महिलाओं द्वारा तैयार किए गए उत्पादों पर प्रकाश डाला गया, जिसमें सजावट की वस्तुओं, खाद्य पदार्थों तथा स्वास्थ्य और स्वच्छता उत्पादों की एक श्रृंखला शामिल थी। इस आयोजन में समुदाय की 650 से अधिक महिलाओं ने भाग लिया जिन्हें वित्तीय आत्मनिर्भरता के लिए प्रोत्साहित किया गया।

उन्नति उत्सव के तीसरे वार्षिकोत्सव में समुदाय की महिलाओं के लिए विभिन्न खेल और सांस्कृतिक कार्यक्रम को शामिल किया गया। इस अवसर पर महिलाओं ने छत्तीसगढ़ के समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का जश्न मनाते हुए स्थानीय नृत्य कर्मा और राउत का प्रदर्शन किया। सामाजिक मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए उन्होंने महिला सशक्तिकरण, माहवारी स्वास्थ्य प्रबंधन, उद्यमिता और लड़कियों की शिक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों को संबोधित करने वाले नाटकों और प्रदर्शनों का मंचन किया।

प्रभावशाली नाटकों, सांस्कृतिक प्रदर्शनों, पुरस्कार समारोह और स्वयं सहायता समूह (एसएचजी) के स्टालों के साथ मनोरम प्रदर्शनी की विशेषता वाले उन्नति उत्सव में 1000 से अधिक व्यक्तियों ने भागीदारी की। आयोजन ने एसएचजी की महिलाओं के लिए प्रचार और कमाई के अवसर प्रदान करने का मंच भी दिया जिन्होंने आम आगंतुकों के लिए खुली प्रदर्शनी में अपने हस्तनिर्मित भोजन और सजावट की वस्तुओं के साथ स्टॉल लगाए थे।

‘उन्नति’ बालको की प्रमुख सामुदायिक विकास परियोजना है जो महिला स्व-सहायता समूहों (एसएचजी) को सशक्त बनाने और संगठित करने तथा उद्यमिता एवं स्थायी आजीविका के निर्माण के लिए उनकी क्षमताओं और कौशल का सम्मान करते हुए उन्हें निखारने पर केंद्रित है। बालको ने प्रोजेक्ट उन्नति के तहत गोंकरा लोक कला (छत्तीसगढ़ की स्थानीय कला), छत्तीसा (स्थानीय व्यंजन), मिट्टी की मूर्तियाँ, भित्ति कला, मशरूम की खेती, पेपर बैग सहित 12 उत्पादों की पेशकश करने वाली 7 सूक्ष्म उद्यम इकाइयाँ स्थापित की हैं। सामुदायिक और सामाजिक सेवाओं के लिए समर्पित एक गैर-सरकारी संगठन (एनजीओ) जीपीआर स्ट्रैटेजीज़ एंड सॉल्यूशंस (जीपीआरएसएस) के साथ साझेदारी में चल रही इस परियोजना ने बालको के आसपास के समुदाय में 5700 से अधिक महिलाओं को प्रभावित किया है।

उन्नति परियोजना और आयोजना की सराहना करते हुए, बालको मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको समुदाय की महिलाओं को कौशल प्रशिक्षण, वित्तीय साक्षरता, बाजार से जुड़ाव प्रदान करके उनकी आत्मनिर्भरता एवं सशक्तिकरण की यात्रा में सहायता प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि प्रोजेक्ट उन्नति के माध्यम से हमारा लक्ष्य महिलाओं के वित्तीय सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है, जिससे वे समाज के भीतर अपनी व्यक्तिगत पहचान स्थापित कर सकें और अपने परिवार, समाज और राष्ट्र की उत्तरोत्तर प्रगति में योगदान कर सकें।

बालको ने स्वास्थ्य, शिक्षा, कौशल और स्थायी आजीविका पर बालको की विभिन्न सामुदायिक विकास परियोजनाओं के तहत सामाजिक कार्यों में उल्लेखनीय योगदान के लिए समुदाय के 16 लोगों को सम्मानित भी किया। समुदाय में सकारात्मक बदलाव लाने जैसे माहवारी संबंधित मिथकों को दूर करने से लेकर व्यक्तियों को स्थायी आजीविका,

आवश्यक कौशल और मुफ्त में प्राथमिक शैक्षणिक सहायता प्रदान करने के उनके प्रेरक प्रयासों के लिए सम्मानित किया गया।

कंपनी ने समुदाय के स्वास्थ्य एवं कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को आगे बढ़ाते हुए कार्यक्रम के दौरान मोबाइल हेल्थ वैन (एमएचवी) पहल के तहत दूसरा वैन भी लॉन्च की। ‘उपचार आपके द्वार’ थीम पर हर 15 दिनों में स्वास्थ्य शिविर और परामर्श सेवाओं के माध्यम से वैन 47 से अधिक समुदाय को स्वास्थ्य सेवा प्रदान कर रहा है।

कोरबा जिले के मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी (सीएचएमओ) श्री एस.एन. केसरी ने एमएचवी के लॉन्च की सराहना करते हुए कहा कि प्रत्येक व्यक्ति को प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल का अधिकार है। नागरिकों तक स्वास्थ्य सुविधाएं पहुंचाना जिला प्रशासन की प्राथमिकता है। बालको द्वारा लॉन्च की गई दूसरी मोबाइल हेल्थ वैन से दूरस्थ ग्रामीण क्षेत्रों के नागरिकों को स्वास्थ्य सेवाओं में मदद मिलेगी।

बालको अपने सामुदायिक विकास कार्यक्रमों के माध्यम से छत्तीसगढ़ के 4 जिलों कोरबा, कवर्धा, सरगुजा और रायपुर सहित 123 गांवों में सालाना 1.5 लाख से अधिक लोगों तक लाभ पहुंचा रहा है। बालको सामुदायिक विकास परियोजनाओं का उद्देश्य शिक्षा, स्थायी आजीविका, स्वास्थ्य, जल एवं स्वच्छता, महिला सशक्तिकरण, पर्यावरण, खेल और सांस्कृति संरक्षण के साथ सभी के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना है। सामुदायिक संपत्ति सृजन जैसे वन तालाब कुआं आदि सामुदायिक विकास परियोजनाओं में शामिल है।

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एसपीएमवीवी को सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग से ₹47.9 लाख अनुदान प्राप्त होता है

Tirupati

श्री पद्मावती महिला विश्व विद्यालय (एसपीएमवीवी) की महिला बायोटेक इनक्यूबेशन सुविधा (डब्ल्यूबीआईएफ) को भारत सरकार के जैव प्रौद्योगिकी विभाग (डीबीटी) से ₹47.9 लाख अनुदान की तीसरी किश्त मिली।

कुलपति देपुरू भारती और रजिस्ट्रार एन. रजनी ने बुधवार को डब्ल्यूबीआईएफ के मुख्य कार्यकारी अधिकारी वी. कला रानी और परियोजना अन्वेषक एम. विद्यावती को रिलीज लेटर सौंपा।

इस धनराशि का उपयोग उन्नत उपकरणों के रखरखाव के साथ-साथ छात्रों, संकाय सदस्यों, शोधकर्ताओं, उद्यमियों और ग्रामीण महिलाओं को व्यावसायिक रूप से व्यवहार्य नवीन उत्पाद या तकनीक बनाने के लिए व्यावहारिक प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए किया जाएगा।

सुश्री भारती ने सुविधा की प्रगति में सहायता के लिए WBIF सचिव एस. ज्योति और अन्य स्टाफ सदस्यों के प्रयासों की भी सराहना की।

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वेदांता बालको ने हासिल किया एएसआई का परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी3 सर्टिफिकेट

New Delhi

भारत की आइकॉनिक एल्युमिनियम उत्पादक बालको यह सर्टिफिकेट पाने वाली देश की पहली कंपनी है

नई दिल्ली, 27 मार्च 2024। वेदांता एल्युमिनियम की इकाई भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने कोरबा, छत्तीसगढ़ स्थित अपने संयंत्र में प्राथमिक एल्युमिनियम उत्पादों के मैन्युफैक्चरिंग एंड सप्लाई के लिए एल्युमिनियम स्टूवर्डशिप इनिशिएटिव (एएसआई) का परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी3 सर्टिफिकेशन हासिल किया है। बालको संयंत्र में मॉल्टन एल्युमिनियम (गर्म धातु) उत्पादन हेतु स्मेल्टर के दो पॉटलाइंस तथा एल्युमिनियम को आकार देने के लिए तीन कास्टहाउस और रोल्ड प्रोडक्ट एवं पावर जेनरेशन प्लांट शामिल हैं। ये सब मिलकर बालको की सालाना 5,75,000 टन एल्युमिनियम उत्पादन क्षमता को मुमकिन बनाते हैं।

बालको में एल्युमिनियम वायर रॉड, इंगॉट, प्राइमरी फाउंड्री अलॉय और रोल्ड प्रोडक्ट के साथ ही भारत की पहली ’लो कार्बन’ एल्युमिनियम रेंज रिस्टोरा का उत्पादन होता है। इन उत्पादों का इस्तेमाल ऑटोमोबाइल, इंफ्रास्ट्रक्चर, इंसुलेशन, विद्युत परियोजनाओं तथा बिजली का सामान और पैकेजिंग जैसे विभिन्न उद्योगों में होता है। एएसआई का परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी3 सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाली बालको पहली भारतीय कंपनी बन गई है। इससे पहले वेदांता एल्युमिनियम झारसुगुडा, ओडिशा स्थित विशेष आर्थिक क्षेत्र के भीतर स्थित अपने स्मेल्टर व कैप्टिव पावर प्लांट के लिए एएसआई परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी2 सर्टिफिकेट हासिल कर चुकी है।

एएसआई सर्टिफिकेशन कार्यक्रम को विभिन्न पहलुओं की गहन परामर्श प्रक्रिया के जरिए विकसित किया गया है तथा वैश्विक एल्युमिनियम मूल्य श्रृंखला के लिए यह एकमात्र व्यापक स्वैच्छिक सस्टेनेबिलिटी मानक पहल है। एएसआई परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी3 (2022) को एक से ज्यादा वर्षों की संशोधन प्रक्रिया के पश्चात् मई 2022 में लांच किया गया। पर्यावरण, सामाजिक एवं गवर्नेंस (ईएसजी) इन तीन स्तंभों के तहत यह 11 सिद्धांतों एवं 62 कसौटियों को परिभाषित करता है। इसका लक्ष्य है एल्युमिनियम मूल्य श्रृंखला में सस्टेनेबिलिटी संबंधी लक्ष्यों को हासिल करना जैसे जैव विविधता, मूलनिवासियों के अधिकार, सर्कुलेरिटी व ग्रीन हाउस गैसों का उत्सर्जन। भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) का स्वतंत्र थर्ड पार्टी ऑडिट सेटिज़ियोन वेरिफिका द्वारा किया गया।

वेदांता एल्युमिनियम के सीईओ श्री जॉन स्लेवन ने कहा कि एएसआई परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी3 सर्टिफिकेशन प्राप्त कर एएसआई के सदस्यता होने पर हम बालको का स्वागत करते हैं। इस सर्टिफिकेशन में हमारे ’लो कार्बन ग्रीन’ एल्युमिनियम रिस्टोरा और रिस्टोरा अल्ट्रा ब्रांड का उत्पादन शामिल है। भारत की आइकॉनिक एल्युमिनियम उत्पादक के तौर पर बालको एल्युमिनियम वैल्यू चैन के प्रत्येक कदम में सस्टेनेबल प्रक्रियाओं के अमल में अग्रणी रही है और वैश्विक उद्योग में स्वयं को एक बेंचमार्क के रूप में स्थापित किया है। यह सर्टिफिकेशन दायित्वपूर्ण उत्पादन विधियों के लिए हमारी निरंतर प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। इससे हमारी टीम को एक सस्टेनेबल दुनिया के निर्माण हेतु एल्युमिनियम की असीम संभावनाओं का उपयोग करने के और नए तरीके तलाशने की प्रेरणा मिलेगी।

एल्युमिनियम स्टूवर्डशिप इनिशिएटिव की सीईओ डॉ फियोना सोलोमन ने कहा कि हम भारत एल्युमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) को उसकी छत्तीसगढ़ स्थित इंटिग्रेटिड एल्युमिनियम उत्पादन सुविधाओं के लिए परफॉरमेंस स्टैंडर्ड वी3 (2022) सर्टिफिकेशन हासिल करने पर बधाई देते हैं। भारत की एल्यूमिनिमय उत्पादक एवं वेदांता लिमिटेड - एल्युमिनियम बिज़नेस का हिस्सा होने के नाते बालको वैश्विक एल्युमिनियम उद्योग में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। यह सर्टिफिकेशन बालको के सस्टेनेबिलिटी सफर में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। कंपनी उन विधियों को अपनाने के लिए प्रतिबद्ध है पर्यावरण, सामाजिक एवं गवर्नेंस (ईएसजी) की कसौटियों पर खरी उतर सकें।

बालको वेदांता एल्युमिनियम की ईकाई है। वेदांता ने 2050 तक नैट ज़ीरो हासिल करने के लिए बहुआयामी दृष्टिकोण को अपनाया है। इसके लिए कंपनी ने उत्सर्जन घटाने की स्पष्ट समय सीमा तय की है, कार्बन कटौती की अत्याधुनिक तकनीक तैनात की हैं, नवीकरणीय ऊर्जा स्त्रोतों का उपयोग बढ़ाया है तथा स्थानीय समुदायों के बीच जाकर जलवायु परिवर्तन का मुकाबला करने के लिए जमीनी स्तर पर सहयोग किया जा रहा है। पारिस्थितिक जरूरतों और कारोबारी आवश्यकताओं के बीच संतुलन कायम करते हुए कंपनी ने वित्तीय वर्ष 2012 से वित्तीय वर्ष 2023 तक ग्रीन हाउस गैसों की प्रचंडता में 28 प्रतिशत की प्रभावशाली कटौती करने में कामयाबी पाई है; साथ ही इस दौरान उत्पादन में तीन गुना इजाफा भी दर्ज किया गया है।

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्युमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्युमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्युमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्युमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है जिनका उपयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्युमिनियम को एल्युमिनियम उद्योग में एस एंड पी ग्लोबल कॉर्पोरेट सस्टेनेबिलिटी असैसमेंट 2023 में पहली वैश्विक रैंकिंग मिली है, यह उपलब्धि कंपनी की सस्टेनेबल विकास प्रक्रियाओं को प्रतिबिम्बित करती है। भारत में अपने विश्वस्तरीय एल्युमिनियम स्मेल्टर्स और एल्यूमिना रिफाइनरी के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्युमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन में लगातार आगे बढ़ रही है।

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किसानों के रेल रोको विरोध प्रदर्शन से पंजाब में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं 

Punjab

किसानों के रेल रोको विरोध प्रदर्शन से पंजाब में ट्रेन सेवाएं प्रभावित हुईं 

कानूनी गारंटी सहित अपनी मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) और किसान मजदूर मोर्चा द्वारा बुलाए गए 'रेल रोको' विरोध प्रदर्शन के तहत किसान रविवार को पंजाब में कई स्थानों पर रेलवे पटरियों पर बैठ गए। न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की. पंजाब में किसानों ने घोषणा की थी कि वे अमृतसर, लुधियाना, तरनतारन, होशियारपुर, फिरोजपुर, फाजिल्का, संगरूर, मनसा, मोगा और बठिंडा सहित 22 जिलों में 52 स्थानों पर रेलवे पटरियों पर बैठेंगे। किसान नेता सरवन सिंह पंढेर ने लोगों से बड़ी संख्या में विरोध प्रदर्शन में शामिल होने के लिए कहा। भारती किसान यूनियन (एकता उगराहां), बीकेयू (दकौंदा-धनेर) और क्रांतिकारी किसान यूनियन, किसान निकाय जो संयुक्त किसान मोर्चा का हिस्सा हैं, भी 'रेल रोको' आंदोलन में भाग ले रहे हैं। एसकेएम, जिसने किसानों के 2020-21 आंदोलन का नेतृत्व किया था, 'दिल्ली चलो' विरोध का हिस्सा नहीं है, लेकिन पंजाब-हरियाणा सीमा पर शंभू और खनौरी बिंदुओं पर चल रहे किसानों के आंदोलन को अपना समर्थन दिया है। एसकेएम (गैर-राजनीतिक) और किसान मुक्ति मोर्चा सरकार पर अपनी मांगें मानने के लिए दबाव बनाने के लिए 'दिल्ली चलो' मार्च का नेतृत्व कर रहे हैं। एमएसपी की कानूनी गारंटी के अलावा, किसान स्वामीनाथन आयोग की सिफारिशों को लागू करने, किसानों और खेतिहर मजदूरों के लिए पेंशन, बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं, पुलिस मामलों को वापस लेने और 2021 लखीमपुर खीरी हिंसा के पीड़ितों के लिए "न्याय" की मांग कर रहे हैं। भूमि अधिग्रहण अधिनियम, 2013 की बहाली और 2020-21 में पिछले आंदोलन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों को मुआवजा दिया जाए। पंजाब के प्रदर्शनकारी किसान 13 फरवरी से शंभू और खनौरी सीमा बिंदुओं पर डेरा डाले हुए हैं, जब सुरक्षा बलों ने उन्हें दिल्ली की ओर बढ़ने से रोक दिया था। किसान नेताओं ने पांच साल के लिए सरकारी एजेंसियों द्वारा एमएसपी पर दालों, मक्का और कपास की खरीद के केंद्र के प्रस्ताव को यह कहते हुए खारिज कर दिया है कि यह किसानों के पक्ष में नहीं है।

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मिलिए म्यांमार की उन महिलाओं से जो सैन्य शासन से लड़ रही हैं

नई दिल्ली, Mar 2024

मिलिए म्यांमार की उन महिलाओं से जो सैन्य शासन से लड़ रही हैं

उत्तरी म्यांमार में एक सुनसान सड़क पर, मो मो पास की सैन्य स्थिति की ओर बम ले जाने वाला एक ड्रोन लॉन्च करने की तैयारी करता है। मो मो केवल 18 साल की हैं

वह म्यांमार भर में लोकतंत्र समर्थक समूहों में पुरुषों के साथ प्रशिक्षण लेने वाली और लड़ने वाली सैकड़ों महिलाओं में से एक हैं

मो मो ऐसे ही एक विद्रोही समूह, पीपुल्स डिफेंस फोर्सेज (पीडीएफ) का हिस्सा है, जिसका गठन 2021 में सैन्य जुंटा के शासन को समाप्त करने के लिए किया गया था।

मांडले पीडीएफ में महिलाएं कई अन्य कर्तव्य भी निभा रही हैं, जिनमें गश्त में शामिल होना और चिकित्सक के रूप में काम करना शामिल है।

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एनजीओ के सहयोग से वेदांता एल्यूमिनियम ने 5 लाख लाभार्थियों के जीवन पर डाला सकारात्मक प्रभाव

नई दिल्ली, 27 फरवरी 2024

कंपनी अपने प्रचालन स्थलों पर 20 से ज्यादा एनजीओ के साथ काम करते हुए ग्रामीण भारत में सामाजिक-आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रही है

नई दिल्ली, 27 फरवरी 2024: विश्व एनजीओ दिवस के मौके पर भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने बताया कि गैर सरकारी संगठनों (एनजीओ) के साथ मिलकर की जा रही उनकी कोशिशों ने अकेले वित्तीय वर्ष 2023 में ही 5 लाख लोगों की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव को मुमकिन किया है। अगर कुल मिलाकर देखें तो बीते वित्तीय वर्ष में कंपनी के सामाजिक हस्तक्षेपों ने 6.30 लाख से अधिक लोगों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव डाला है। कंपनी 20 से अधिक एनजीओ के साथ मिलकर सामुदायिक जरूरतों, सरकार के विकासात्मक कार्यक्रमों एवं संयुक्त राष्ट्र के सतत विकास लक्ष्यों के मुताबिक सामाजिक-आर्थिक प्रगति के लिए सक्रियता से काम किया है।

वेदांता एल्यूमिनियम के प्रचालनों में शामिल हैं: दुनिया के सबसे बड़े एल्यूमिनियम स्मेल्टरों में से एक जो झारसुगुडा में स्थित है, ओडिशा के लांजिगढ़ में विश्व स्तरीय एल्यूमिना रिफाइनरी तथा कोरबा, छत्तीसगढ़ में स्थित भारत की आईकॉनिक एल्यूमिनियम उत्पादक बालको तथा वृद्धि करता हुआ खनन क्षेत्र। ये सभी प्रचालन मिलकर ग्रामीण भारत के कई इलाकों में बहुआयामी ग्रामीण निर्धनता को कम करके तथा उद्यम एवं रोजगार के अवसर पैदा कर के इन समुदाय को सामाजिक-आर्थिक मुख्यधारा से जोड़ने का काम कर रहे हैं। कंपनी के सामाजिक कल्याण हस्तक्षेप पांच विषयगत क्षेत्रों पर आधारित हैं जो शिक्षा, स्वास्थ्य, आजीविका, ग्रामीण इंफ्रास्ट्रक्चर और जमीनी स्तर पर खेलों, कला व संस्कृति के साथ महिला व बाल विकास पर केन्द्रित हैं।

एनजीओ की मदद से कंपनी ग्रामीण समुदाय में गहरी पैठ बना पाती है जिससे संगठन को समुदायों के सामाजिक तानेबाने एवं रीति-रिवाजों की जानकारी प्राप्त होती हैं। ये संगठन वैज्ञानिक आधार पर आवश्यकताओं की समीक्षा करते हैं ताकि समुदायों की जरूरतों का पता लगाया जाए और वे वेदांता एल्यूमिनियम के सामाजिक सहयोग से लाभ प्राप्त कर सकें। कल्याकारी पहलों के लिए कार्यक्रम संबंधी दृष्टिकोण विकसित किया जाता है तथा उनके असर को मापने के लिए नियमित रूप से मूल्यांकन भी होता है। इन निर्णायक निष्कर्षों के आधार पर एनजीओ जारी कार्यक्रमों में संशोधन या इजाफा करते हैं।

वेदांता एल्यूमिनियम के साथ काम करने वाले प्रत्येक एनजीओ सहभागी का चयन कड़ी प्रक्रिया के बाद किया जाता है। एनजीओ को अपने साथ जोड़ लेने के बाद परियोजनाओं के क्रियान्वयन एवं असर पर करीबी से निगाह रखी जाती है। अंतर्राष्ट्रीय मानकों के मुताबिक सहयोगियों की नियमित ऑडिटिंग की जाती है। समुदायों को स्वावलम्बी बनाने के दीर्घकालिक लक्ष्य के साथ पहलें की जाती हैं। प्रोजेक्ट माइलस्टोन इस प्रकार डिजाइन किए जाते हैं कि अंततः समुदाय के लोग उसका पूरा दायित्व स्वयं ले लें।

वेदांता एल्यूमिनियम के सीईओ श्री जॉन स्लेवन ने कहा कि वित्तीय वर्ष 2021 और 2023 के मध्य हमारे सामुदायिक निवेश में 45 प्रतिशत की प्रभावशाली वृद्धि हुई है जो दर्शाती है कि जिन समुदायों के बीच हमारा प्रचालन है उनके सम्पूर्ण विकास हेतु हम कितने प्रतिबद्ध हैं। एनजीओ के साथ रणनीतिक साझेदारी स्थापित कर के हम अपनी साझी शक्तियों के बल पर अपने समुदाय के लोगों के हित में प्रभावशाली सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों की रचना व उनका अमल कर रहे हैं। वेदांता एल्यूमिनियम में हमारा मानना है कि समाज के सभी तबकों को सशक्त बना कर ही समावेशी विकास किया जा सकता है। एनजीओ के संग हमारी भागीदारी - परिवर्तनकारी एवं सतत विकास के जरिए - इस मोर्चे पर उल्लेखनीय काम कर रही है।’’

कंपनी निरंतर सहभागिताएं कर रही है जिनके तहत बड़े पैमाने पर विषय के विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है; उदाहरण के लिए पुनरुत्थान वॉलेंट्री ऑर्गेनाइज़ेशन ओडिशा में जरूरत स्वास्थ्य सुविधाओं के जरिए 2 लाख से अधिक लाभार्थियों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को पूरा कर रहा है। इसी तरह, सार्थक जन विकास संस्थान के सहयोग से कंपनी ने प्रोजेक्ट नई किरण शुरु किया है, यह परिवर्तनकारी प्रोजेक्ट ग्रामीण लड़कियों के बीच बेहतर माहवारी स्वास्थ्य एवं स्वच्छता सुनिश्चित करने पर केन्द्रित है।

वेदांता एल्यूमिनियम ने वेदांता फाउंडेशन के साथ मिलकर कौशल विकास कार्यक्रम संचालित किए हैं जिनके जरिए ग्रामीण युवाओं को इलेक्ट्रिकल्स व टेलरिंग जैसे व्यवसायों का प्रशिक्षण देकर उनकी रोजगार क्षमता बढ़ाई जाती है। एक्शन फॉर फूड प्रोडक्शन (एएफपीआरओ) के सहयोग से कंपनी आधुनिक कृषि पद्धतियों एवं खाद्य सुरक्षा को प्रोत्साहित कर रही है। झारसुगुडा में ’जीविका समृद्धि’ और कोरबा में ’मोर जल मोर माटी’ जैसी पहल की गई हैं। इसके अलावा कंपनी स्पोर्ट्ज़ विलेज फाउंडेशन के साथ मिलकर ग्रामीण युवाओं को तीरंदाज़ी व कराटे का प्रशिक्षण प्रदान कर रही है और इन युवाओं ने राज्य व राष्ट्रीय स्तर पर अनेक पुरस्कार जीते हैं।

इन पहल के प्रभाव के बारे में एक्शन फॉर फूड प्रोडक्शन (एएफपीआरओ) के कार्यकारी निदेशक डॉ जैकब जॉन ने कहा कि वेदांता एल्यूमिनियम के सहभागिता द्वारा हजारों किसानों पर परिवर्तनकारी प्रभाव सुनिश्चित कर रहे हैं तथा युवा पीढ़ी हेतु कृषि को एक सस्टेनेबल आजीविका के तौर पर पुनः स्थापित कर रहे हैं। महाशक्ति फाउंडेशन के प्रबंध निदेशक श्री जुगल पटनायक ने कहा कि हमने उद्यमिता कार्यक्रमों के लिए वेदांता एल्यूमिनियम से साझेदारी की है जिनके तहत ग्रामीण इलाकों में महिलाओं की मदद की जा रही है ताकि वे अपने परिवार के कल्याण हेतु समझ भरा निर्णय ले पाएं तथा अपने समुदाय के विकास में सक्रिय भूमिका निभा सकें।

इस वर्ष के विश्व एनजीओ दिवस की थीम-’’एक सतत भविष्य का निर्माणः सतत विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में गैर सरकारी संगठनों की भूमिका’’ के माध्यम से कंपनी अपने प्रचालन क्षेत्रों में समुदायिक जीवन को सक्रियता से समृद्ध कर रही है तथा सम्मिलित सामाजिक-आर्थिक प्रगति एवं वृद्धि में अभिन्न योगदाताओं के तौर पर उन्हें पहचान दे रही है।

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टी.एन. को जानकर हाईकोर्ट । विरासत आयोग अधिनियम, 2012, आज तक लागू नहीं किया गया

New delhi, Feb,  2024

मद्रास उच्च न्यायालय ने गुरुवार को तमिलनाडु विरासत आयोग अधिनियम, 2012 पर आश्चर्य और आश्चर्य व्यक्त किया, जिसे राज्य विधानमंडल द्वारा अधिनियमित होने और सरकारी राजपत्र  में प्रकाशित होने के 12 साल बाद भी लागू नहीं किया गया है।

मुख्य न्यायाधीश संजय वी. गंगापुरवाला और न्यायमूर्ति डी. भरत चक्रवर्ती की प्रथम खंडपीठ ने लिखा: “अधिनियम को लागू न करने के लिए बारह साल की अवधि छोटी नहीं है। यदि इसे लागू नहीं किया गया तो अधिनियम को प्रख्यापित करने का उद्देश्य ही विफल हो जाएगा।''

न्यायाधीशों को इंडियन नेशनल ट्रस्ट फॉर आर्ट एंड कल्चरल हेरिटेज (INTACH) द्वारा दायर 2019 जनहित याचिका की सुनवाई के दौरान कानून के गैर-कार्यान्वयन के बारे में पता चला। राज्य में विरासत संरचनाओं को संरक्षित करने के लिए एक विरासत आयोग के गठन के लिए मामला दायर किया गया था।

INTACH का प्रतिनिधित्व करते हुए, वरिष्ठ वकील एन.एल. राजा ने अदालत से शिकायत की कि हालांकि 2012 के अधिनियम के तहत तमिलनाडु विरासत आयोग के गठन की आवश्यकता है, जिसकी अध्यक्षता विरासत संरक्षण के लिए चिंतित एक प्रतिष्ठित व्यक्ति और शीर्ष सरकारी अधिकारियों को शामिल करना होगा, लेकिन ऐसे किसी निकाय का गठन नहीं किया गया है।

हालाँकि, जनहित याचिका के जवाब में एक स्थिति रिपोर्ट दायर करते हुए, राज्य सरकार ने अदालत को बताया कि हालाँकि पूरा अधिनियम 1 जून 2012 को सरकारी राजपत्र में प्रकाशित किया गया था, लेकिन इसके लागू होने की सही तारीख अभी तक नहीं बताई गई है। अधिसूचित

स्थिति रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि सरकार 2012 अधिनियम के तहत वैधानिक नियम बनाने के लिए कदम उठा रही है, और जब नियम तैयार हो जाएंगे तो कानून लागू हो जाएगा। हालाँकि, न्यायाधीशों ने कहा, "नियमों का न बनाया जाना अधिनियम को लागू न करने के लिए अभिशाप नहीं है।"

इस तथ्य को ध्यान में रखते हुए कि अधिनियम को 31 मई, 2012 को ही राज्यपाल की सहमति मिल गई थी, बेंच ने कहा: “2012 के अधिनियम को 12 वर्षों तक लागू न करने के लिए सरकार द्वारा लिया गया रुख, किसी के लिए अच्छा संकेत नहीं है। सरकार... अब समय आ गया है कि सरकार इस अधिनियम को लागू करे।''

इसके अलावा, यह इंगित करते हुए कि राज्य विधायिका ने अधिनियम को आज तक लागू नहीं होने के बावजूद 2017 में संशोधित किया था, न्यायाधीशों ने कहा कि कानून लागू होने के बाद भी इसके तहत वैधानिक नियम बनाए जा सकते हैं और इसके कार्यान्वयन की आवश्यकता है इस बहाने आगे स्थगित न किया जाए।

“हमें आशा और विश्वास है कि उत्तरदाता 2012 के अधिनियम को उसके वास्तविक अक्षर और भावना में लागू करने के लिए तत्काल कदम उठाएंगे और नियत दिन को शीघ्रता से प्रकाशित किया जाएगा, अधिमानतः 26 अप्रैल, 2024 तक। नियम बनाने के लिए भी कदम उठाए जा सकते हैं। , “न्यायाधीशों ने आदेश दिया और जनहित याचिका याचिका को 26 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया।


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वेदांता एल्यूमिनियम ने प्राथमिक एल्यूमिनियम उत्पादों के लिए लांच किया दुनिया का सबसे बड़ा ऑनलाइन सुपरस्टोर - मेटल बाज़ार


New delhi, Feb,  2024



वेदांता मेटल बाजार 750 से ज्यादा एल्यूमिनियम उत्पादन ऑनलाइन बेचता है, इससे भारतीय एल्यूमिनियम उद्योग की सूरत बदलेगी

यहां लाइव शिपमेंट ट्रैकिंग, आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस से सशक्त स्पॉट ऑर्डर, वित्तीय समाधान जैसी विश्व स्तरीय विशेषताएं हैं मौजूद

बी2सी कॉमर्स से बी2बी मेटल बाईंग प्लेटफॉर्म पर खरीददारी का सरल, पारदर्शी और निर्बाध अनुभव

नई दिल्ली, 13 फरवरी 2024: भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम ने प्राथमिक एल्यूमिनियम के लिए एक नया ई-सुपरस्टोर वेदांता मेटल बाजार लांच करने की घोषणा की है जिससे देश में एल्यूमिनियम खरीदने व बेचने के तरीके में बड़ा बदलाव होगा। लांच के साथ ही यह सुपरस्टोर 750 से अधिक एल्यूमिनियम उत्पाद पेश कर रहा है जिनमें वेदांता एल्यूमिनियम की विस्तृत रेंज शामिल है। इस प्लेटफॉर्म पर ए.आई. आधारित प्राइस डिस्कवरी उपलब्ध है जिसकी मदद से ग्राहक कीमतों के उतार-चढ़ाव के बीच भी बेमिसाल सौदा प्राप्त कर सकते हैं।

इस लिंक https://browse.vedantametalbazaar.moglix.com/catalog/aluminium से वेदांता मेटल बाजार पर पहुंचा जा सकता है। यह मोबाइल ऐप के रूप में भी उपलब्ध है जिसे Google Play Store और Apple App Store से डाउनलोड किया जा सकता है। इस प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध उत्पादों में इंगॉट्स, बिलेट्स, प्राइमरी फाउंड्री अलॉय (पीएफए), वायर रॉड्स, रोल्ड प्रोडक्ट, फ्लिप कॉइल्स, हॉट मेटल और रिस्टोरा (भारत का पहला लो-कार्बन एल्यूमिनियम) शामिल हैं। इसके अलावा यह सुपरस्टोर कस्टमाइज़ सॉल्यूशन भी पेश करता है जिन्हें कंपनी के ग्राहकों की जरूरत के मुताबिक तैयार किया जाता है।

एयरोस्पेस, ऑटोमोटिव, बिल्डिंग व कंस्ट्रक्शन, ऊर्जा वितरण, रक्षा आदि अहम उद्योगों के लिए एल्यूमिनियम महत्वपूर्ण कच्चा माल है। विश्व में ऊर्जा में बदलाव हेतु इसे महत्वपूर्ण धातु माना गया है। यह नवीकरणीय ऊर्जा, इलेक्ट्रिक वाहन, ग्रीन इंफ्रास्ट्रक्चर, हाई-टेक मैन्युफैक्चरिंग जैसे उभरते क्षेत्रों के लिए बेहद अहम है। इसी वजह से एल्यूमिनियम को भविष्य की धातु का खिताब दिया गया है। हालांकि अब तक एल्यूमिनियम खरीदना एक पेचीदा और बहुत संसाधन खपाने वाली प्रक्रिया थी। खरीददारों को कीमतों के उतार-चढ़ाव पर निगाह रखनी होती है, अनेक पैरामीटरों पर मोलभाव करना होता है जो कि अक्सर बहुत जटिल और समय खपाने वाला काम होता है। लॉजिस्टिक की योजना बनानी होती है और वित्तीय समाधान हेतु फॉलोअप करना पड़ता है जिसमें अक्सर ऑर्डर डिलिवरी के बारे में कोई स्पष्टता नहीं दिखती। खरीददार को अनदेखे अवरोधों के कारण गंभीर उत्पादन एवं वित्त संबंधी नुकसान की आशंका होती है और उसके अहम संसाधन फंस जाते हैं।

ग्राहकों को व्यापार करने में आसानी हो इसके लिए वेदांता एल्यूमिनियम ने वेदांता मेटल बाजार लांच किया है, यह एक अभिनव ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है जो एल्यूमिनियम खरीदने के अनुभव में क्रांतिकारी बदलाव लाने को तैयार है। यह प्लेटफॉर्म समग्र खरीद प्रक्रिया को सरल बनाने का वादा करता है और खरीददारों को सक्षम बनाता है कि वे सौदे के फॉलोअप तथा एल्यूमिनियम की कीमतों में उतार-चढ़ाव एवं ऑर्डर डिलिवरी की निगरानी के बजाय अपने कारोबार की वृद्धि पर ध्यान केन्द्रित कर सकें। एल्यूमिनियम आज दुनिया में सबसे ज्यादा खपत वाली धातुओं में दूसरे नंबर पर है। इससे ज्यादा सिर्फ स्टील की ही खपत होती है। वेदांता मेटल बाजार खरीददारों के लिए वक्त पर डिलिवरी, रियल टाईम ए.आई. आधारित प्राइस डिस्कवरी तथा उनकी खरीद पर शुरु से अंत तक यानी ऑर्डर देने से लेकर डिलिवरी लेने तक दृश्यता मुमकिन करता है। इससे खरीददार मजबूत उत्पादन योजना बना सकते हैं और अपनी पूँजी को ज्यादा रणनीतिक निवेशों के लिए मुक्त रख सकते हैं। इससे ग्राहक ऑर्डर हिस्ट्री, गतिशील बाजार परिदृश्य और प्रतिस्पर्धी दरों के साथ कुछ ही क्लिक में खरीद का जानकारीपूर्ण फैसला लेने में सक्षम बनते हैं।

वेदांता मेटल बाजार एक अग्रगामी नया प्लेटफॉर्म है जिसे ग्राहकों की अपेक्षाओं को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है ताकि उनके लिए एक परिवर्तनकारी अनुभव सुनिश्चित किया जा सके। इस प्लेटफॉर्म पर उत्पाद की उपलब्धता, ऑनलाइन प्राइस डिस्कवरी, दीर्घ अवधि के कॉन्ट्रैक्ट, ऑन द स्पॉट ऑर्डर, लाइव शिपमेंट ट्रैकिंग, वित्तीय समाधान, सभी अहम दस्तावेजीकरण (जैसे टेस्ट सर्टिफिकेट, बैंक गारंटी, लेटर ऑफ क्रेडिट) तथा चैनल फाइनेंस व लॉजिस्टिक प्रदाताओं के विकल्प जैसी अनेक विशेषताएं हैं जिन्हें दुनिया में पहली बार पेश किया गया है। इनकी मदद से ग्राहक अपनी खरीददारी को मुकम्मल कर सकते हैं। इस समग्र अनुभव को वेदांता एल्यूमिनियम के इन-हाउस विशेषज्ञों के पैनल का सहयोग उपलब्ध है जो पहली बार इस प्लेटफॉर्म का उपयोग करने वालों का मार्गदर्शन करते हैं और उनकी कस्टमाइज़ेशन की जरूरतों पर बात करते हैं। चुनिंदा ग्राहकों के साथ एक वर्ष तक इस प्लेटफॉर्म का बीटा-टेस्ट सफलतापूर्वक किया जा चुका है और अब इसे सभी घरेलू खरीददारों के लिए प्रस्तुत किया जा रहा है।

वेदांता एल्यूमिनियम के सीईओ श्री जॉन स्लेवन ने कहा, ’’दुनिया की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्थाओं में से एक होने के नाते एल्यूमिनियम भारत की निरंतर प्रगति में बेहद अहम है। वेदांता एल्यूमिनियम में सदैव ग्राहकों को केन्द्र में रख कर निरंतर नए समाधान विकसित किए जाते हैं जो न केवल ग्राहकों की व्यापारिक सफलता सुनिश्चित करते हैं बल्कि देश के समग्र विकास में भी योगदान देते हैं। वेदांता मेटल बाजार इंजीनियरिंग क्षमता एवं डिजिटल नवाचार के एक प्रबल मिश्रण के तौर पर सही मायनों में आज के भारत का प्रतिबिम्ब है। 

यह तेजी से तरक्की करते हुए राष्ट्र को विश्व स्तरीय अनुभव मुहैया कराता है तथा सभी तबकों को उपलब्धता देते हुए शीर्ष गुणवत्ता के एल्यूमिनियम तक जनतांत्रिक पहुंच प्रदान करता है।’’

वेदांता मेटल बाजार की प्रमुख विशेषताएं हैं:

यूजर फ्रैंडली इंटरफेस के साथ मोबाइल उपकरणों के जरिए अतिरिक्त पहुंच - नॉन फेरस उद्योग में पहली बार।
पेचीदा मोलभाव को व्यवस्थित करने के लिए अभिनव ’ऐग्रीमेंट टूल’।
ए.आई. सशक्त स्पॉट ऑर्डर एवं लाइव शिपमेंट ट्रैकिंग, धातु उद्योग में पहली बार।
सामग्री की खरीद पर मात्रा की कोई सीमा नहीं।
विशिष्ट क्यूआर कोड आधारित उत्पाद प्रामाणिकता जांच तथा निर्बाध फीडबैक सिस्टम।
निर्बाध खरीद हेतु भरोसेमंद चैनल फाइनेंस और लॉजिस्टिक्स प्रदाता।
बड़े, सूक्ष्म, लघु, मध्यम सभी ग्राहकों के लिए सीधी पहुंच एवं सरलीकृत, आसान कार्यप्रवाह।
भारत के सर्वप्रथम लो-कार्बन ग्रीन एल्यूमिनियम ’रिस्टोरा’ तक तुरंत पहुंच।
वेदांता की गुणवत्ता, तकनीकी सपोर्ट, प्रोडक्ट ऐप्लीकेशन, इंजीनियरिंग व इनोवेशन टीमों से बातचीत करने के लिए एक समर्पित मॉड्यूल के जरिए सिंगल विंडो।
कंपनी के सेंटर ऑफ ऐक्सीलेंस तक पहुंच के साथ तकनीकी अपस्किलिंग, जिसमें अनुसंधान संस्थानों, औद्योगिक संगठनों और वैश्विक विशेषज्ञों के व्यापक समुदाय शामिल हैं।

अपना अनुभव साझा करते हुए केईआई इंडस्ट्रीज़ के वरिष्ठ महाप्रबंधक श्री मनोज कुमार जैन ने कहा, ’’वेदांता मेटल बाजार के यूजर-फ्रेंडली प्लेटफॉर्म से मैं बहुत प्रभावित हूं। यहां पर टेस्ट सर्टिफिकेट, रियल-टाईम क्रेडिट बैलेंस, ऑर्डर हिस्ट्री और साथ ही डिस्पैच की लाईव लोकेशन जैसी सभी जरूरी और मददगार सूचनाएं प्रदान की गई हैं। ऑनलाइन मोलभाव और एमओयू सिस्टम भरोसा जगाता है। लाइव हैजिंग और वॉट्सऐप इंटिग्रेशन जैसे आगामी फीचर्स के लिए मैं उत्साहित हूं जो इनोवेशन के लिए कंपनी की प्रतिबद्धता को प्रकट करते हैं।’’

अलवर के संत एल्यूमिनियम के मालिक श्री अभिषेक अग्रवाल कहते हैं, ’’एक कारोबारी होने के नाते मैं झंझट-मुक्त तरीके से एल्यूमिनियम खरीदना चाहता हूं और वेदांता मेटल बाजार मेरी अपेक्षाओं से बढ़कर है। यह प्लेटफॉर्म इस्तेमाल में आसान है और खरीद की मात्रा पर कोई सीमा नहीं है। इसका फीडबैक सिस्टम बेहतर योजना में योगदान देता है तथा मोबाइल ऐप ऑर्डर ट्रैकिंग को बेहद आसान बना देता है। धातु खरीदने के सरल व भरोसेमंद अनुभव के लिए मैं सदैव वेदांता मेटल बाजार पर जाने की सलाह दूंगा।’’

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रजिस्ट्री को अपील में अंतिम आवेदन में अंतिम अदालत के रिकॉर्ड की नरम प्रति मांगी जानी चाहिए: सर्वोच्च न्यायालय

New delhi, Feb,  2024


सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में सिफारिश की थी कि इसकी रजिस्ट्री में सभी आपराधिक अपीलों को ट्रायल कोर्ट रिकॉर्ड की सॉफ्ट कॉपी में शामिल किया जाना चाहिए, जिसमें स्वीकार किया गया है, अर्थात अपील जिसमें लीव दी गई है 

इससे पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा 2021 में सरकारी राजस्व मुकदमेबाजी में सभी चरणों के निर्बाध एकीकरण को कारगर बनाने, निगरानी करने और प्रदान करने के लिए आईसीटी (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) पहल को अपनाने के लिए विभिन्न हितधारकों वाली एक समिति के गठन के लिए एक आदेश पारित किया गया था। तदनुसार, उद्देश्य की सुविधा के लिए एक समिति का गठन किया गया। केंद्र सरकार ने अब हाईकोर्ट और न्यायाधिकरणों के समक्ष विभाग द्वारा अपील की ई-फाइलिंग सुनिश्चित करने के अनुसरण में उठाए गए कदमों के संबंध में एक नोट प्रस्तुत किया है।

पीठ ने कहा कि बड़ी संख्या में अपीलों की सुनवाई में देरी हो रही है, क्योंकि जब तक शीर्ष अदालत का इस काम का कोई आदेश नहीं होता तब तक रिकॉर्ड की मांग नहीं की जाती है।

बेंच ने आगे कहा, “यह उचित होगा, यदि रजिस्ट्रार (न्यायिक) भारत के माननीय मुख्य न्यायाधीश से उचित प्रशासनिक निर्देश मांगे, ताकि रजिस्ट्री छुट्टी दिए जाने के तुरंत बाद उच्च न्यायालय और ट्रायल कोर्ट के रिकॉर्ड की सॉफ्ट कॉपी मंगवाए.“


पिछले हफ्ते, शीर्ष अदालत दोषसिद्धि के आदेश को चुनौती देने वाली एक आपराधिक अपील पर सुनवाई कर रही थी, लेकिन मामले को स्थगित करने के लिए मजबूर होना पड़ा, क्योंकि सभी बयान रिकॉर्ड पर नहीं थे.

रजिस्ट्री को तत्काल रिकॉर्ड मंगाने का आदेश देते हुए उसने आपराधिक अपील पर सुनवाई 3 अप्रैल को होनी तय कर दी।

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पंजाब के किसानों के 'दिल्ली चलो' मार्च से पहले हरियाणा ने कड़ी सुरक्षा, सीमाएं सील की जाएंगी

Punjab,  Feb,   2024


पंजाब के किसानों ने अपनी विभिन्न मांगों को स्वीकार करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाने के लिए 13 फरवरी को 'दिल्ली चलो' का आह्वान किया है।

जिंद: जैसे ही पंजाब के किसान 13 फरवरी को अपने 'दिल्ली चलो' मार्च के लिए तैयार हो रहे हैं, हरियाणा पुलिस हरकत में आ गई है और अंबाला, जिंद और फतेहाबाद जिलों में पंजाब-हरियाणा सीमाओं को सील करने के लिए व्यापक उपाय शुरू कर रही है। किसानों ने 13 फरवरी को होने वाले 'दिल्ली चलो' आह्वान के पीछे रैली की है, जिसका उद्देश्य अपनी विविध शिकायतों को दूर करने के लिए केंद्र पर दबाव बनाना है।

हरियाणा से पंजाब तक प्रमुख मार्गों पर संभावित व्यवधानों की आशंका को देखते हुए, हरियाणा पुलिस ने एक यातायात सलाह जारी की है, जिसमें यात्रियों से 13 फरवरी को राज्य की मुख्य सड़कों पर यात्रा को अत्यावश्यक स्थितियों तक सीमित करने का आग्रह किया गया है।

सीमा चौकियों पर कड़े उपाय लागू किए गए

पंजाब के किसानों की आमद को रोकने के लिए, अधिकारियों ने दाता सिंहवाला-खनौरी सीमा पर पटियाला दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के एक तरफ नाकाबंदी लागू कर दी है। व्यवस्था बनाए रखने के लिए महिला कर्मियों सहित भारी पुलिस बल तैनात किया गया है।

विरोध प्रदर्शन से पहले इंटरनेट सेवाएं निलंबित

तनाव बढ़ने के साथ, हरियाणा सरकार ने किसानों के प्रस्तावित दिल्ली मार्च की आशंका के चलते अंबाला, कुरूक्षेत्र, कैथल, जिंद, हिसार, फतेहाबाद और सिरसा समेत सात जिलों में मोबाइल इंटरनेट सेवाओं और बल्क एसएमएस को निलंबित करने का आदेश दिया है।

पुलिस ने सख्ती की, यात्रियों ने चिंता व्यक्त की

बैरिकेड्स लगाने और पुलिस की सघन उपस्थिति के कारण यात्रियों को व्यवधानों और देरी से जूझना पड़ रहा है। SHO जोगिंदर सिंह ने आगे बढ़ने से रोकने के लिए व्यापक बैरिकेडिंग की आवश्यकता पर जोर दिया, यात्रियों ने बढ़ती यात्रा कठिनाइयों पर निराशा व्यक्त की।

पुलिस द्वारा सीमाओं को मजबूत करने पर अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं

हालांकि पुलिस अधिकारी इस मुद्दे पर चुप्पी साधे रहे, लेकिन जींद पुलिस के एसपी सुमित कुमार ने कहा कि पंजाब के किसानों के हरियाणा में प्रवेश को रोकने के लिए व्यापक इंतजाम किए गए हैं। सीमावर्ती क्षेत्रों में मीडिया की पहुंच प्रतिबंधित कर दी गई है, फिर भी रिपोर्टों से पता चलता है कि पुलिस सुदृढीकरण सीमा सुरक्षा को मजबूत कर रहा है।

किसान यूनियनें टकराव के लिए तैयार

बढ़े हुए सुरक्षा उपायों के जवाब में, हरियाणा में किसान यूनियनों ने अपने विरोध प्रयासों को बढ़ाने की रणनीति बनाते हुए, जींद में एक गुप्त बैठक बुलाई। आपात स्थिति में यूनियनों के साथ समन्वय करने के लिए एक समर्पित टीम का गठन किया गया है, जो विपरीत परिस्थितियों में किसानों के संकल्प को रेखांकित करती है।

किलेबंद सीमाएँ और कड़े सुरक्षा उपाय दिल्ली की सीमाओं पर 2020-21 के लंबे विरोध प्रदर्शन के दौरान देखे गए दृश्यों को प्रतिबिंबित करते हैं, जो किसानों और अधिकारियों के बीच मौजूदा गतिरोध की गंभीरता को रेखांकित करते हैं।

किसान यूनियनों ने तनाव बढ़ाने की चेतावनी दी

किसान यूनियनों ने कड़ी चेतावनी जारी की है और कसम खाई है कि यदि अधिकारी उनके समकक्षों के खिलाफ बल या किसी भी प्रकार का उत्पीड़न करते हैं तो वे हरियाणा में अपने विरोध प्रदर्शन को बढ़ा देंगे।

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नेशनल लोक अदालत दिनांक 09 मार्च 2024 के सफल आयोजन हेतु जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष द्वारा ली गई बैठक बीमा कंपनी के शाखा प्रबंधक एवं अधिवक्तागणों की बैठक

छत्तीसगढ़ ,5 फरवरी 2024


भारतीय नालसा नई दिल्ली एवं छ0ग0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के द्वारा दिनांक 09 मार्च 2024 को नेशनल लोक अदालत का आयोजन किया जावेगा। नेशनल लोक अदालत के सफल आयोजन हेतु श्री सत्येन्द्र कुमार साहू, जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के द्वारा दिनांक 07 फरवरी 2024 को बीमा कंपनी, शाखा प्रबंधकों अधिवक्ताओं की बैठक ली गई। उक्त बैठक में  दि न्यू इंडिया इंश्योरेन्स कंपनी, लिमिटेड कोरबा, के विधि अधिकारी, श्री प्रताप केरकेट्टा, नेशनल इंश्योरेन्स के शाखा प्रबंधक, दि ओरियण्टल इंश्योरेन्स कंपनी कोरबा के उपशाखा प्रबंधक श्रीमती शारदा नामदेव, श्री संजय जायसवाल, जिला अधिवक्ता संघ कोरबा के अध्यक्ष, वरिष्ठ अधिवक्ता श्री संतोष कुमार मोदी, श्री आर.एन. राठौर,  श्री मानसिंह यादव, श्रीमती अनिता चाको, श्री महेन्द्र कुमार अग्रवाल, श्री अरूण बजाज, श्री हरीश साहू, सुश्री सुमन तिवारी, श्री दिलहरण कुमार साहू, श्री प्रशांत, एवं प्राइवेट बीमा कंपनी बजाज एलियांस इंश्योरेन्स कंपनी/जनरल इंश्योरेन्स, एच.डी.एफ.सी. इंश्योरेन्स कंपनी, एस.बी.आई. जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, आई.सी.आई.सी.आई. लोम्बार्ड इंश्योरेन्स कंपनी, एच.डी.एफ.सी. एरगो इंश्योरेन्स कंपनी, कोटक महिन्द्रा इंश्योरेन्स कंपनी,  रिलायन्स इंश्योरेन्स कंपनी, ए.आई.जी. जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, चोला मण्डलम् इंश्योरेन्स कंपनी,  टाटा ए.आई.जी. जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, रायल सुन्दरम् जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, मेगमा एच.डी.आई. जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, इफ्को-टोकियों जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, भारतीय एक्सा जनरल इंश्योरेन्स कंपनी, फ्यूचल जनरल इंश्योरेन्स कंपनी के अधिवक्तागण उपस्थित हुये।

मान. जिला न्यायाधीश एवं अध्यक्ष महोदय द्वारा बीमा कंपनी के द्वारा राजीनामा योग्य प्रकरणों में अधिवक्तागणों से प्रस्ताव शीघ्र प्रस्तुत करने तथा अधिक से अधिक प्रकरणों को नेशनल लोक अदालत में लगाये जाने हेतु कहा गया।

श्रीमती शीतल निकुंज, सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के द्वारा दिनंाक 09 मार्च 2024 नेशनल लोक अदालत के संबंध में जानकारी देते हुये कहा गया कि जो भी पक्षकार राजीनामा के माध्यम से अपने लंबित प्रकरणों को लोक अदालत के माध्यम से निराकरण कराना चाहते है वे पक्षकार अपने प्रकरण को संबंधित न्यायालय में उपस्थित होकर नेशनल  लोक अदालत में रखे जाने हेतु निवेदन कर सकते है। सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा के द्वारा बताया गया है कि न्यायालय में प्रस्तुत होने वाले मामले जिनमें कोर्ट फीस चस्पा है उन प्रकरणों में लोक अदालत के माध्यम से निराकरण होता है उक्त प्रकरणों में कोर्ट फीस वापसी का प्रावधान है, साथ ही लोक अदालत में निराकरण होने वाले प्रकरणों में किसी भी न्यायालय में अपील स्वीकार्य नहीं होती। अधिक जानकारी के लिये जिला विधिक सेवा प्राधिकरण कोरबा दूरभाष 07759-228939, तालुका विधिक सेवा समिति कटघोरा दूरभाष नंबर 07815-250833, तालुका विधिक सेवा समिति पाली दूरभाष नंबर 07816-232037,तालुका विधिक सेवा समिति  करतला दूरभाष नंबर 07759-279833 कर सकते है।

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भारतीय बौध्द महासभा के पदाधिकारी मिले मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी से


छत्तीसगढ़ ,5 फरवरी 2024


भारतीय बौध्द महासभा के पदाधिकारी मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय जी से पहुना में मुलाकात कर  आवेदन पत्र दिये की 03/03/2024 को संविधान निर्माता डाँ.बाबा साहेब आम्बेडकर जी की अस्थि पुना से रायपुर छत्तीसगढ़ 15 फरवरी को आयेगी और राज्य की कई जिलों मे दर्शन हेतु रखी जायेगी।

3 मार्च को रायपुर मे पंडित दीनदयाल उपाध्याय आडोटिरियम मे सार्वजनिक दर्शन हेतु रखी जायेगी और मा.मुख्यमंत्री जी को आंमत्रण भी दिया गया है।

मा.मुख्यमंत्री जी ने डाँ.बाबा साहेब आम्बेडकर जी की अस्थि दर्शन के लिए किए जा रहे कार्यक्रम के प्रयास को गंभीरता से लेते हुए तत्काल प्रभाव से कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

इस अवसर पर उपस्थित बी.एस.जागृत प्रदेश अध्यक्ष भारतीय बौद्ध महासभा छत्तीसगढ़, प्रदेश कोषाध्यक्ष निलकंठ सिंगाड़े, जिला अध्यक्ष प्रकाश रामटेके, डाँ.आर.के.सुखदेवे, एडोव्होकेट बावनगड़े, बेनीराम गायकवाड़ आदि।

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विश्व कैंसर दिवसः कैंसर रोकथाम हेतु जागरुकता बढ़ाने के लिए वेदांता एल्यूमिनियम की पहल


छत्तीसगढ़ बालकोनगर,5 फरवरी 2024

वेदांता ग्रुप के बालको मेडिकल सेंटर ने छत्तीसगढ़ में कैंसर जागरुकता सत्र एवं जांच शिविर आयोजित किए

5 फरवरी 2024: भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक वेदांता एल्यूमिनियम ने विश्व कैंसर दिवस पर कैंसर रोगियों को (खासकर ग्रामीण इलाकों के) सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाएं एवं सहयोग देने की अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है। इस अवसर पर वेदांता ग्रुप की रायपुर स्थित अत्याधुनिक कैंसर अस्पताल तथा भारत के सर्वश्रेष्ठ कैंसर केयर अस्पतालों में से एक बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) ने छत्तीसगढ़ में कैंसर जागरुकता गतिविधियों की एक श्रृंखला का आयोजन किया जो कैंसर की रोकथाम, पता लगाने और इलाज पर केन्द्रित रही। बीएमसी की कोशिशों की थीम रही ’क्लोज़िंग द केयर गैप’ यानी कैंसर के इलाज में जो कमियां हैं उन्हें दूर करना और इसके लिए कैंसर केयर को लोगों के दरवाजे तक पहुंचाया गया। इसके तहत एक मैमोग्राफी वैन को लोगों के बीच भेजा गया जिसमें स्तन कैंसर, बच्चे दानी तथा सिर व गर्दन के कैंसर का पता लगाने की जांच की गई। ये तीनों कैंसर भारत में सबसे ज्यादा आम हैं। इसके अलावा रायपुर में एक कीमोथेरपी डे केयर सेंटर भी खोला गया है ताकि कैंसर रोगियों को कीमोथेरपी के लिए दूरस्थ जगहों की यात्रा न करनी पड़े। बालको ने कोरबा में हैल्पेज इंडिया एनजीओ के सहयोग से विभिन्न कार्यक्रम और जागरुकता शिविर आयोजित किया।

4 फरवरी को विश्व कैंसर दिवस मनाया जाता है, यह एक वैश्विक पहल है जो कैंसर के बारे में जागरुकता बढ़ाने को समर्पित है तथा इस दिवस पर कैंसर रोगियों व सर्वाइवरों की दृढ़ता व इच्छाशक्ति का सम्मान किया जाता है। कंपनी की गतिविधियों के अंतर्गत बीएमसी ने स्कूलों एवं सोसाइटियों में जागरुकता सत्र तथा रायपुर शहर में एक कैंसर जागरुकता वॉक भी आयोजित किया गया। इसके साथ ही बीएमसी ने प्रिवेंटिव कैंसर स्क्रीनिंग पैकेजों व फार्मेसी पर विशेष ऑफर तथा कैंसर रोगियों के लिए मुफ्त सेकंड ओपिनियन की भी घोषणा की है।

2018 में अपनी स्थापना से लेकर अब तक बीएमसी 35,000 से ज्यादा रोगियों को सेवाएं दे चुका है तथा देश में कैंसर जागरुकता व उपचार में मौजूद कमियों को दूर कर रहा है। यह केन्द्र भारत का सबसे बेहतर कैंसर अस्पताल है जहां मरीज एडवांस्ड रेडिएशन थेरपी, ब्रैकीथेरपी, न्यूक्लियर मेडिसिन, सर्जरी, कीमोथेरपी, इम्यूनोथेरपी, रक्त-संबंधी विकारों, प्लास्टिक व रिकंस्ट्रक्टिव सर्जरी तथा पीड़ा एवं प्रशामक देखभाल जैसे उपचारों के लिए आते हैं। इस अत्याधुनिक अस्पताल में 170 बिस्तर और अत्याधुनिक डायग्नोस्टिक व थेरप्यूटिक क्षमताएं मौजूद हैं। बालको मेडिकल सेंटर देश में कैंसर के इलाज, जागरुकता, इंफ्रास्ट्रक्चर और विशेषज्ञता की कमियों को दूर करने के लिए प्रयासरत है। इसके अलावा इस सेंटर ने प्रतिष्ठित संस्थानों के साथ गठजोड़ भी कायम किए हैं जिनमें टाटा मैमोरियल सेंटर, मुंबई तथा जिनोमिक्स बायोटेक में अंतर्राष्ट्रीय अनुसंधान कंपनी अनुवा शामिल हैं।

इस अवसर पर बालको मेडिकल सेंटर की अध्यक्ष सुश्री ज्योति अग्रवाल ने कहा कि विश्व कैंसर दिवस हमें याद दिलाता है कि कैंसर के खिलाफ लड़ाई केवल क्लीनिकों और प्रयोगशालाओं में ही नहीं लड़ी जा रही है बल्कि उन लोगों के दिल-दिमागों में भी लड़ी जा रही है जो इससे प्रभावित हैं। बालको मेडिकल सेंटर में हम ग्रामीण इलाकों के लोगों को उत्तम क्वालिटी की स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराने तथा स्वास्थ्य सेवाओं के अंतर को पाटने, जागरुकता बढ़ाने एवं कैंसर के साथ जुड़ी नकारात्मक धारणाओं को दूर करने और रोग का शीघ्र पता लगाने व इलाज शुरु करने हेतु प्रतिबद्ध हैं।

कैंसर के बारे में जागरुकता बढ़ाने पर बालको मेडिकल सेंटर की भूमिका के बारे में बीएमसी की मेडिकल डायरेक्टर डॉ भावना सिरोही ने कहा कि कैंसर डायग्नोसिस में देरी का मतलब है कि मरीज ठीक नहीं हुए हैं, वे वित्तीय एवं टाईम टॉक्सिसिटी से पीड़ित हैं। कैंसर के भारी-भरकम खर्चे उन्हें और ज्यादा गरीबी में धकेल देंगे - यह हमारे देश की सेहत के लिए प्रतिकूल स्थिति है। इस विश्व कैंसर दिवस पर बालको मेडिकल सेंटर ने कैंसर जागरुकता शिविरों की श्रृंखला आयोजित की ताकि वक्त पर डायग्नोसिस को बढ़ावा मिले। डायग्नोसिस से मरीजों के ठीक होने की दर बढ़ेगी, जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा, उपचार की लागत एवं अवधि घटेगी जो एक सेहतमंद राष्ट्र के लिए जरूरी है। दिवस पर किए गए कार्यक्रमों में कैंसर को लेकर फैली नकारात्मक धारणाओें को मिटाने पर खास तवज्जो दी गई।

वेदांता मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा स्थापित तथा अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा समर्थित बालको मेडिकल सेंटर उत्तम चिकित्सा सेवाओं को पहुंचनीय बनाते हुए लाखों लोगों की जिंदगी में सकारात्मक परिवर्तन ला रहा है। बीएमसी के प्रतिष्ठित कैंसर विशेषज्ञ नियमित रूप से लोगों को जागरुक करने के लिए विभिन्न गतिविधियों का आयोजन करते रहते हैं जिससे लोगों को मालूम चले कि वक्त पर निवारक जांच एवं बीमारी घटाने के उपाय कैंसर के विभिन्न प्रकारों के खिलाफ कितने महत्वपूर्ण होते हैं। बीएमसी के समर्पित चिकित्सा विशेषज्ञ विद्यार्थियों, कामकाजी पेशेवरों व समुदाय के अन्य सदस्यों तक विभिन्न मंचो के जरिए पहुंचते हैं जैसे जागरुकता वार्ता, स्वास्थ्य शिविर एवं वेबिनार। बालको मेडिकल सेंटर में कैंसर उपचार के अलावा सभी रोगियों को मनोवैज्ञानिक, पोषण संबंधी एवं शारीरिक थेरेपी भी प्रदान की जाती है, साथ ही इलाज के दौरान भावनात्मक सम्बल हेतु रोगी सहायता समूहों में सदस्यता भी दी जाती है।-

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शशि थरूर का कहना है कि राष्ट्र निर्माण हर किसी की जिम्मेदारी है

Chennai, Tamil Nadu

राष्ट्र-निर्माण हर किसी की ज़िम्मेदारी है - चाहे वह उद्यमी हो, गृहिणी हो या व्यवसायी। सांसद शशि थरूर ने शुक्रवार को कहा कि कोई भी राजनीति से अलग या उदासीन नहीं रह सकता क्योंकि व्यापार और उद्यमशीलता का माहौल राजनेताओं द्वारा तय किया जाता है। 'प्रगतिशील भारत के निर्माण में उद्यमियों की भूमिका' विषय पर ऑल इंडिया प्रोफेशनल्स कांग्रेस पब्लिक इंटेलेक्चुअल के अध्यक्ष प्रवीण चक्रवर्ती के साथ एक इंटरैक्टिव सत्र, 'रिपब्लिक डे लंच इंटरेक्शन' में भाग लेते हुए, श्री थरूर ने कहा कि व्यवसायियों का दृष्टिकोण होना चाहिए एक बेहतर भारत बनाने पर ध्यान केंद्रित करें।

इसके अलावा, श्री थरूर ने कहा कि कांग्रेस ने 1991-92 में अर्थव्यवस्था को उदार बनाया और पार्टी उद्यमियों की स्वतंत्रता में विश्वास करती है, जो देश की अर्थव्यवस्था के विकास को सुविधाजनक बनाते हैं। उन्होंने कहा, "पार्टी अन्य पार्टियों से केवल मुनाफ़े के मामले में अलग है और एक समृद्ध अर्थव्यवस्था में जो राजस्व छूट गया है, उसे गरीबों को उपलब्ध कराने के मामले में है।"

गुइंडी में आईटीसी ग्रैंड चोल में आयोजित इंटरैक्टिव सत्र में, श्री चक्रवर्ती ने बताया कि पार्टी किसी क्षेत्र के भाईचारेवाद या एकाधिकार के खिलाफ थी।

श्री थरूर ने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) के लिए धन आवंटित करने में सरकार द्वारा निभाई गई भूमिका और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के माध्यम से बनाई गई फर्जी खबरों और डीपफेक को विनियमित करने के लिए एक कानून लाने के महत्व के बारे में भी बात की।

श्री थरूर ने इंटरैक्टिव सत्र में अपना परिचयात्मक भाषण देते हुए देश में उद्यमियों के सामने आने वाली प्रमुख चुनौतियों पर प्रकाश डाला, जिनमें पूंजी और वित्तपोषण की कमी, व्यवसाय शुरू करने वाले उद्यमियों द्वारा सामना की जाने वाली लालफीताशाही, कौशल विकास की अनुपस्थिति, खराब दूरसंचार शामिल हैं। और बिजली, और सड़क बुनियादी ढांचा।

कार्यक्रम का समापन युवा उद्यमियों के साथ सवाल-जवाब सत्र के साथ हुआ।

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2020 तक 12 लाख से अधिक पेड़ों को काटने की अनुमति देकर तेलंगाना वनों की कटाई में देश में शीर्ष पर है

Telangana, Andhra Pradesh 

विकाराबाद में आगामी नौसेना स्टेशन के लिए एक लाख और पेड़ों पर कुल्हाड़ी चलेगी

अलग राज्य के गठन के बाद से तेलंगाना राज्य ने विभिन्न सरकारी और गैर-सरकारी परियोजनाओं के लिए मंजूरी के माध्यम से रिकॉर्ड वनों की कटाई की अनुमति दी है।

तेलंगाना कू हरित हरम कार्यक्रम के तहत अपने वनीकरण दावों के बावजूद, राज्य वन विभाग ने राज्य गठन के केवल पांच वर्षों में 12 लाख से अधिक पेड़ों की कटाई की अनुमति देने का संदिग्ध गौरव अर्जित किया है - जो देश में सबसे अधिक था।

इसे किसी और ने नहीं बल्कि तत्कालीन प्रधान मुख्य वन संरक्षक (पीसीसीएफ) आर शोभा ने 2020 में एक जनहित याचिका के जवाब में उच्च न्यायालय में प्रस्तुत एक हलफनामे में स्वीकार किया था।

काउंटर में, वन अधिकारी, जिन्हें बाद में वानिकी सलाहकार के रूप में फिर से नियुक्त किया गया था, ने स्वीकार किया कि पिछले पांच वर्षों के दौरान कुल 12,12,753 पेड़ों को काटने की अनुमति दी गई थी, और यह पूरे देश में सबसे अधिक थी।

हालाँकि, उन्होंने मंजूरी को सही ठहराने की मांग करते हुए कहा कि विभिन्न गैर-वानिकी उद्देश्यों के लिए 11,717 हेक्टेयर वन भूमि पर पेड़ बिखरे हुए थे। औसतन, प्रति हेक्टेयर भूमि पर काटे गए पेड़ों की संख्या 104 थी, जो 0.4 (या 40%) छत्र घनत्व से कम थी। सभी पेड़ 30 सेंटीमीटर से अधिक के तने की परिधि के साथ बड़े हो गए थे।

अनुमतियों के माध्यम से, विभाग ने ₹2058 करोड़ कमाए थे, जो तेलंगाना राज्य के तदर्थ प्रतिपूरक वनरोपण निधि प्रबंधन और योजना प्राधिकरण के खाते में जमा किए गए थे। काउंटर ने कहा कि इस राशि का उपयोग वनीकरण और वन्यजीव आवास सुधार के लिए किया जा रहा है।

भारतीय नौसेना के पूर्वी नौसेना कमान द्वारा वेरी लो फ्रीक्वेंसी (वीएलएफ) संचार स्टेशन की स्थापना के लिए विकाराबाद जिले के पुदुर के पास दमगुंडम में 1174 हेक्टेयर (2,900 एकड़) वन भूमि को हटाने के सरकार के फैसले के खिलाफ जनहित याचिका दायर की गई थी। उच्च न्यायालय द्वारा रोक हटाने के बाद हाल ही में इस परियोजना को आगे बढ़ाया गया है।

एक पंजीकृत सोसायटी 'दामागुंडा फॉरेस्ट प्रोटेक्शन जेएसी-सेव दामागुंडम' का प्रतिनिधित्व करने वाले याचिकाकर्ता ने तर्क दिया कि समुद्री/पनडुब्बी संचार के लिए स्थापित की जा रही रडार ट्रांसमिशन प्रणाली के परिणामस्वरूप राज्य में अधिक वनों की कटाई हो सकती है, जो पहले ही अपने वन क्षेत्र का काफी हिस्सा खो चुका है।

डायवर्जन का बचाव करते हुए शोभा ने कहा कि 1,500 एकड़ जंगल को हरित पट्टी के रूप में बनाए रखा जाएगा और यहां पेड़ नहीं काटे जाएंगे। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में कैनोपी घनत्व 0.4 से कम है। उन्होंने बताया कि राज्य वन विभाग द्वारा की गई सूची के अनुसार, 0.4 घनत्व प्रति हेक्टेयर औसतन 176 पेड़ है। इस अनुमान के अनुसार भी, गैर-हरित-पट्टी क्षेत्र में पेड़ों की कटाई की मात्रा एक लाख पूर्ण विकसित पेड़ों की होगी। ये आधे मीटर से अधिक ऊंचाई वाले 5.5 लाख से अधिक पौधों के अलावा हैं।

“आधुनिक प्रौद्योगिकी के इन दिनों में, नौसेना अन्य विकल्प तलाश सकती है। क्या जलवायु परिवर्तन के इन दिनों में इतनी हरियाली खोना उचित है? थाने में अधिकारी और कर्मचारी होंगे, उन्हें आवासीय परिसर, बच्चों के लिए स्कूल और अन्य सुविधाएं चाहिए। आख़िरकार, पूरा वन क्षेत्र ख़त्म हो जाएगा, ”प्रस्ताव के ख़िलाफ़ एक ऑनलाइन याचिका दायर करने वाले वकील चल्ला राम कल्याण ने कहा।

संचार केंद्र स्थापित करने का प्रस्ताव 2010 में रखा गया था, और 2017 में पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन मंत्रालय द्वारा अनुमति दी गई थी। प्रस्ताव को ऑफ़लाइन संसाधित किया गया था क्योंकि यह रणनीतिक महत्व का है, हलफनामे में उल्लेख किया गया है।

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लद्दाख के मुस्लिम, बौद्ध स्वास्थ्य केंद्रों का नाम आयुष्मान आरोग्य मंदिर रखने को लेकर आमने-सामने हैं

Ladakh

स्थानीय संगठनों ने भारत की धर्मनिरपेक्ष प्रकृति पर जोर दिया और कहा कि सरकारी विभागों में धार्मिक नामों और प्रतीकों का उपयोग असंवैधानिक और अस्वीकार्य है।

लद्दाख के दो मुख्य धार्मिक निकायों, लद्दाख बौद्ध एसोसिएशन (एलबीए) और इस्लामिया स्कूल-कारगिल ने 25 जनवरी को केंद्र शासित प्रदेश में सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर करने के कदम पर आपत्ति जताई।

एलबीए के कार्यकारी अध्यक्ष चेरिंग दोरजे ने कहा, "स्वास्थ्य और कल्याण केंद्रों का नाम बदलकर आयुष्मान आरोग्य मंदिर रखने का स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय का हालिया आदेश दुर्भाग्यपूर्ण है और यह लद्दाख के लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करने के समान है।" कहा।

श्री दोरजे ने लद्दाख स्वायत्त पहाड़ी विकास परिषद (एलएएचडीसी) के लेह और कारगिल चैप्टर के मुख्य कार्यकारी पार्षदों को संबोधित एक पत्र में अपनी आपत्ति जताई, जो वहां स्थानीय शासन के मुद्दों को चलाने वाले जुड़वां निर्वाचित निकाय हैं।

“भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और सरकारी विभागों में धार्मिक नामों और प्रतीकों का उपयोग करना असंवैधानिक और अस्वीकार्य है,” श्री दोर्जी ने एलएएचडीसी-लेह और एलएएचडीसी-कारगिल से इस मामले को संबंधित उच्च अधिकारियों के साथ उठाने का अनुरोध करते हुए कहा।

स्थानीय राजनेता और इस्लामिया स्कूल-कारगिल के सदस्य सज्जाद कारगिली ने कहा कि लोगों के लिए सामान्य संसाधनों के रूप में सेवा करने वाले स्वास्थ्य संस्थानों को "स्थानीय स्तर पर स्वीकृत ब्रांड की आवश्यकता होती है जो सभी लोगों की भावनाओं का सम्मान करता है"।

श्री कारगिली ने कहा, "सार्वजनिक नीतियों और योजनाओं के नामों को जनता के विविध इरादों को प्रतिबिंबित करना चाहिए, किसी विशेष विश्वास प्रणाली या समुदाय का पक्ष लेने के बजाय समावेशिता को बढ़ावा देना चाहिए।"

उन्होंने लद्दाख के उपराज्यपाल से इस मामले में हस्तक्षेप करने का आग्रह किया। श्री कारगिली ने कहा, "हम लद्दाखी समुदाय की मांग पर विचार करने का आग्रह करते हैं और सार्वजनिक संपत्तियों, नीतियों और संस्थानों पर एक विशिष्ट विश्वास प्रणाली से जुड़े नामों या प्रतीकों को शामिल करने वाले किसी भी ब्रांडिंग या बदलाव से परहेज करने का अनुरोध करते हैं।"

लेह के कम से कम 10 पार्षदों ने एक संयुक्त पत्र में चेतावनी दी कि यह निर्णय स्वास्थ्य केंद्रों के सार्वभौमिक रूप से सुलभ होने में बाधा बन सकता है। पत्र में लिखा है, "हम उपराज्यपाल से लद्दाख के निवासियों की धार्मिक और सांस्कृतिक भावनाओं को ध्यान में रखते हुए आदेश को रद्द करने पर विचार करने का अनुरोध करते हैं।"

23 जनवरी को जारी एक आदेश में, स्वास्थ्य और कल्याण मंत्रालय ने लद्दाख में स्थानीय सार्वजनिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए आयुष्मान आरोग्य मंदिर नाम का उपयोग करने का निर्देश दिया था।

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जब टॉम हॉलैंड को गलती से "सेवन फिगर" बॉक्स ऑफिस बोनस मिला

Los Angeles

टॉम हॉलैंडर ने कहा, "यह आश्चर्यजनक धनराशि थी। यह उनका वेतन नहीं था।"

अभिनेता टॉम हॉलैंडर का कहना है कि एक बार उन्हें गलती से मार्वल स्टूडियोज की सुपरहीरो फिल्म एवेंजर्स के लिए टॉम हॉलैंड का सात-अंकीय बोनस वेतन मिल गया था। प्राइड एंड प्रेजुडिस और द व्हाइट लोटस में अभिनय भूमिकाओं के लिए जाने जाने वाले हॉलैंडर ने बुधवार को लेट नाइट विद सेठ मेयर्स में भुगतान त्रुटि का खुलासा किया, उन्होंने कहा कि लोग अक्सर दो अभिनेताओं को उनके समान ध्वनि नामों के कारण भ्रमित करते हैं।

एक दिन, हॉलैंडर ने कहा, उन्हें अपने मेलबॉक्स में एक संदेश मिला जिसमें स्पाइडर-मैन स्टार हॉलैंड के लिए एक वेतन पर्ची थी, जिसे एवेंजर्स फिल्मों में से एक के लिए बॉक्स ऑफिस बोनस की पहली किश्त के रूप में लेबल किया गया था।

"यह एक आश्चर्यजनक धनराशि थी। यह उनका वेतन नहीं था। यह उनका पहला बॉक्स ऑफिस बोनस था। संपूर्ण बॉक्स ऑफिस बोनस नहीं, पहला। और यह मेरे द्वारा कभी देखे गए पैसे से अधिक था। यह था सात अंकों की राशि,'' अभिनेता ने मेयर्स को बताया।

हॉलैंडर ने यह भी कहा कि बीबीसी के एक शो की मेजबानी करने के तुरंत बाद उन्हें ईमेल प्राप्त हुआ था, जिसके लिए उन्होंने 30,000 अमेरिकी डॉलर की राशि अर्जित की थी।

मेरी आत्मसंतुष्टि की भावना बहुत जल्दी गायब हो गई," उन्होंने आगे कहा।

अभिनेता ने यह भी कहा कि उन्हें कभी-कभी "उत्साहित, फिर भ्रमित, फिर निराश बच्चों" से मिलवाया जाता था, जो शायद सोचते थे कि वे स्पाइडर-मैन से मिल रहे हैं।

हॉलैंडर वर्तमान में एफएक्स की एंथोलॉजी फ्यूड: कैपोट वर्सेज द स्वांस में अभिनय करते हैं, जिसमें उन्होंने लेखक ट्रूमैन कैपोट की भूमिका निभाई है।

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बालको के मेगा हेल्थ कैंप से नागरिकों को मिला स्वास्थ्य लाभ 

बालकोनगर, 04 जनवरी, 2023।

वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) हेल्प एज इंडिया के सहयोग से अपने आरोग्य परियोजना के अंतर्गत गहनिया गांव में मेगा हेल्थ कैंप आयोजित किया। समुदाय तक प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने के उद्देश्य से किए गए शिविर में चिकित्सा परामर्श भी दिया गया। शिविर से लगभग 157 नागरिक लाभान्वित हुए। यह मेगा हेल्थ कैंप विशेषकर जनजाति समुदाय को समर्पित था जो सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। 


शिविर में विशेषज्ञ सेवाएं जैसे दंत, त्वचा, हड्डी, स्त्री रोग, ईएनटी, मेडिसिन, सामान्य चिकित्सक और मधुमेह, रक्तचाप के लिए नैदानिक परीक्षण आयोजित किए गए। वृद्धजनों को एडवांस इलेक्ट्रोथेरेपी तकनीक से फिजियोथेरेपी सेवा प्रदान की गई। 56  वृद्ध एवं महिला को ओपीडी तथा 13 गर्भावस्था महिलाओं को परामर्श दिया गया। 39 हिमोग्लोबिन, 27 मधुमेह, 19 त्वचा जांच के साथ 7 लोगों को फिजियोथेरेपी सेवाएँ दी गई। स्त्री रोग विशेषज्ञ द्वारा 34 महिलाओं को परामर्श दी गई। मल्टी-स्पेशियलिटी हेल्थ कैंप से बालको समुदाय को बेहतर स्वास्थ्य बेहतर भविष्य की ओर लेकर जाने के कटिबद्ध है। 


सामान्य स्वास्थ्य जांच और परामर्श प्रदान करने के साथ ही शिविर में आयुष्मान कार्ड पंजीकरण के बारे में जागरूकता फैलाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया। स्वास्थ्य शिविर में गहनिया के साथ खेतार, फूटामुड़ा, केशलपुर और बेला पंचायत के 7 गाँवों के लोग शामिल हुए जिसमें उनकी आवश्यक चिकित्सा देखभाल और सेवाओं को सुनिश्चित किया गया। बालको ने इस साल लगभग 6 निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया।  


बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि सामुदायिक भलाई और समृद्धि हमारी कंपनी की दृष्टिकोण के प्रतिबद्धता की आधारशिला है। हम व्यक्तियों को सशक्त बनाने और समुदायों को बढ़ावा देने में सुलभ और गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवा के महत्व को प्राथमिकता देते हैं। सभी के एकजुट प्रयासों से गहनिया मेगा हेल्थ कैंप से स्वास्थ्य में सकारात्मक परिवर्तन संभव है। सामुदायिक विकास कार्यक्रम के अंतर्गत जरूरतमंदों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं सुनिश्चित करने के लिए बालको प्रबंधन कटिबद्ध है। 


बेला ग्राम पंचायत की सरपंच जया राठिया ने शिविर की सराहना करते हुए कहा कि बालको के इस मेगा हेल्थ कैंप से सभी को लाभ हुआ है। शिविर से स्वास्थ्य सेवा के बारे में लोगों के बीच जानकारी और जागरूकता का संचार हुआ। हम गहनिया में शिविर आयोजित करने के लिए बालको के प्रति आभार व्यक्त करते हैं। और आशा करते हैं कि भविष्य में इस तरह की पहल जारी रहेगी। 

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बालको ने अपने अभियान से एचआईवी/एड्स जागरूकता में अग्रणी भूमिका निभाई

बालकोनगर, 28 दिसंबर, 2023।

भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने विश्व एड्स दिवस के तहत अपनी परियोजना 'आरोग्य' के अंतर्गत एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता अभियान आयोजित किया। जिला स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से बालको ने अपने सामुदायिक विकास के तहत जिले में 26,000 से अधिक व्यक्तियों तक सफलतापूर्वक पहुंच बनायी।

अभियान का उद्देश्य एचआईवी/एड्स के बारे में जागरूकता बढ़ाना और इस बीमारी से लड़ना और निवारक उपायों को बढ़ावा देना शामिल है। यह उच्च जोखिम वाले समूहों, युवाओं और विभिन्न समुदायों के भीतर सभी को जागरूक करना है। पूरे महीने में चले इस 'जागरूकता रथ' अभियान का शुभारंभ जिला स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से किया गया। अभियान में समुदायों के भीतर एचआईवी/एड्स के बारे में जानकारी प्रदान करने के लिए वीडियो, ऑडियो और पैम्फलेट का उपयोग किया गया।


अभियान में उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में समूह जागरूकता सत्र, माता-पिता और युवाओं को एचआईवी/एड्स से संबंधित सुरक्षा और रोकथाम रणनीतियों पर संवेदनशील बनाने के लिए स्थानीय स्वास्थ्य निकायों और समुदायों को जोड़ने का काम किया गया। युवा चौपाल के माध्यम से सभी के सीखने की सुविधा प्रदान की गई, जहां किशोर लड़कियों और लड़कों को लीडर बनाकर समुदायों के भीतर जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए प्रशिक्षण दिया गया। इस पहल में स्कूलों और कॉलेजों में जागरूकता सत्र संचालित किये गए जो 500 से अधिक युवाओं तक पहुंचे। इसका उद्देश्य उन्हें आवश्यक जानकारी तथा सहानुभूति को बढ़ावा देना और एचआईवी/एड्स के संबंध में संवेदनशील व्यवहार को प्रोत्साहित करना था।


बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि हम एक ऐसे भविष्य की कल्पना करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जहां जागरूकता एचआईवी के खिलाफ एक शक्तिशाली ढाल के रूप में कार्य करेगा। जागरूकता सत्रों के साथ हमारा लक्ष्य एक अधिक सूचित और प्रगतिशील समाज को बढ़ावा देना है, जो ऐसी बीमारी के ट्रांसमिशन में कमी लाएगा और जीवन को सुरक्षित कर सकता है। समुदायों के भीतर हमारा लक्ष्य सभी के लिए एक स्वस्थ और उज्जवल भविष्य बनाने की दिशा में हमारी कटिबद्धता को दर्शाता है।


नागरिकों से बीमारी को बेहतर ढंग से समझने का अनुरोध करते हुए कोरबा जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. एस.एन. केसरी ने कहा कि मैं प्रत्येक नागरिक से आगे बढ़ने, जानकारी प्राप्त करने और अपनी एचआईवी/एड्स स्थिति के बारे में जागरूक रहने का आग्रह करता हूं। उन्होंने कहा कि प्रत्येक विकास खंड और जिले के भीतर, एकीकृत परीक्षण और परामर्श केंद्र (आईसीटीसी) तैयार हैं, जो व्यक्तियों को उनकी भलाई की यात्रा में सशक्त बनाने के लिए मुफ्त परीक्षण और परामर्श प्रदान करते हैं।

बालको की परियोजना आरोग्य, स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रमों के माध्यम से समुदाय की सेवा करने पर केंद्रित है। इस पहल से ट्रक चालकों और प्रवासी श्रमिकों जैसे उच्च जोखिम वाले व्यवहार वाले समूहों के बीच एचआईवी पर जागरूकता पैदा करने की दिशा में भी परिश्रमपूर्वक काम करती है। वित्तीय वर्ष 2024 में अभी तक मे 2,000 से अधिक व्यक्तियों को कैनोपी शिविरों, वन-टू-वन परामर्श सत्रों और समूह जागरूकता सत्रों के माध्यम से जागरूक किया गया। ग्रामीण स्वास्थ्य पोस्ट परसाभाटा में परामर्श केंद्र एचआईवी जागरूकता परामर्श और एचआईवी परीक्षण के लिए एक महत्वपूर्ण केंद्र के रूप में कार्य करता है। प्रतिवर्ष 1 दिसंबर को मनाया जाने वाला विश्व एड्स दिवस, एचआईवी/एड्स महामारी के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित एक वैश्विक पहल है। यह वायरस के खिलाफ चल रही लड़ाई को याद दिलाता है और उन लोगों की याद दिलाता है जिन्होंने एड्स से संबंधित बीमारियों से अपनी जान गंवा दी है।


बालको सोशल रिवाइवल ग्रुप ऑफ अर्बन, रूरल एंड ट्राइबल (एसआरओयूटी) के साथ साझेदारी में आरोग्य परियोजना के तहत प्रभावशाली स्वास्थ्य देखभाल के माध्यम से समुदाय की सेवा करने में दृढ़। कंपनी ग्रामीण स्वास्थ्य पोस्ट के माध्यम से समुदायों के लिए गुणवत्तापूर्ण प्राथमिक स्वास्थ्य सेवाओं की पहुंच सुनिश्चित करती है। मातृ एवं शिशु स्वास्थ्य और कुपोषण जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर अभियानों के माध्यम से जागरूकता पैदा करती है। कंपनी हर 15 दिनों में एक मोबाइल हेल्थ वैन की मदद से स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का प्रभावी ढंग से समाधान करती है। कंपनी मेगा स्वास्थ्य शिविरों और जागरूकता अभियानों का आयोजन करती है। टीकाकरण और स्वच्छता प्रथाओं को बढ़ावा देती है, जबकि घरेलू दौरों और विशेष परामर्शों के माध्यम से सुलभ स्वास्थ्य देखभाल सुनिश्चित करती है। अपनी उपचारात्मक और निवारक सेवाओं के माध्यम से, बालको वित्तीय वर्ष 2023 में 45,000 से अधिक व्यक्तियों तक पहुंच गया है।

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उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने किया बीएमसी कैंसर डेकेयर का उद्घाटन

रायपुर, 21 दिसंबर, 2023।

बालको मेडिकल सेंटर (बीएमसी) के बीएमसी कैंसर डेकेयर सेंटर का उपमुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने फीता काटकर किया उद्घाटन। डेकेयर सेंटर रायपुर में उन्नत कैंसर देखभाल लाने में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है। यह सेंटर पचपेड़ी नाका, कलर्स मॉल के पास स्थित है।

आठ कीमोथेरेपी इकाइयों और अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित यह केंद्र व्यक्तिगत रोगी देखभाल प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। डेकेयर सेंटर में दी जाने वाली सेवाओं में कीमोथेरेपी, इम्यूनोथेरेपी, टारगेटेड थैरेपी, टेस्ट एवं रिपोर्ट संग्रह, ओपीडी परामर्श और कैंसर संबंधित सहायता सेवाएँ शामिल हैं।

बीएमसी कैंसर डेकेयर की सुविधाएं अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करती हैं और रायपुर के साथ पूरे छत्तीसगढ़ और पड़ोसी राज्यों के मरीजों के लिए सेवाएं उपलब्ध हैं। अनुभवी और प्रसिद्ध ऑन्कोलॉजिस्ट सप्ताह में छह दिन सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ओपीडी परामर्श प्रदान देंगे। सेंटर में कैफे भी है जिससे इलाज के दौरान मरीजों और उनके देखभाल करने वालों के लिए भोजन की व्यवस्था आसान होगी।

नया रायपुर, छत्तीसगढ़ में मध्य भारत के सबसे बड़े और सबसे उन्नत कैंसर संस्थान के रूप में बालको मेडिकल सेंटर 24 घंटे कैंसर देखभाल सेवाएं प्रदान करते हुए मुख्य केंद्र बना हुआ है। ऑन्कोलॉजिस्ट एवं अत्याधुनिक मशीनों के साथ एडवांस सर्जरी, कीमो थेरेपी, रेडिएशन थेरेपी, पीईटी स्कैन, स्पेक्ट स्कैन, एचडीटी, एलडीटी थेरेपी, बोन मैरो ट्रांसप्लांट, आईसीयू, सर्जरी, दर्द एवं उपशामक केयर और 24/7 प्रयोगशाला सेवाएँ, ब्लड बैंक, फार्मेसी, कॉल सेंटर तथा आपातकालीन सेवाएँ उपलब्ध होगी।

छत्तीसगढ़ के माननीय उपमुख्यमंत्री और समारोह के मुख्य अतिथि श्री अरुण साव जी ने डेकेयर सेंटर के सफल उद्घाटन पर टीम को बधाई दी। उन्होंने कहा कि कैंसर के बढ़ते मामले काफी चिंताजनक हैं ऐसे में इससे निपटने के लिए यह पहल हमारी सामूहिक लड़ाई में एक महत्वपूर्ण कदम है। बीएमसी के डेकेयर सेंटर में प्रदान की जाने वाली विश्व स्तरीय स्वास्थ्य सुविधाएं निस्संदेह कैंसर से जूझ रहे व्यक्तियों के लिए आशा की किरण साबित होंगी। मैं इस सराहनीय प्रयास के लिए बालको मेडिकल सेंटर की सराहना करता हूं। मुझे विश्वास है कि यह केंद्र उपचार को आगे बढ़ाने और कई लोगों के जीवन पर सार्थक प्रभाव डालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

बालको मेडिकल सेंटर की अध्यक्ष श्रीमती ज्योति अग्रवाल ने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र के समर्पण पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सिटी सेंटर में हमारे डेकेयर सेंटर की स्थापना हमारे मरीजों के लिए पहुंच बढ़ाने का महत्वपूर्ण प्रयास है। हमारा लक्ष्य कैंसर स्वास्थ्य देखभाल को घरों के करीब लाकर कैंसर उपचार प्रक्रिया को सरल बनाना है, जिससे व्यक्ति बिना किसी चुनौती के अपनी भलाई को प्राथमिकता दे सकें। यह डेकेयर सेंटर विशेष रूप से कीमोथेरेपी जैसी प्रक्रियाओं के लिए नियमित जांच, फॉलो-अप और उपचार की सुविधा प्रदान करने के साथ मरीजों की लंबी यात्रा और उपचार से संबंधित स्वास्थ्य देखभाल के खर्चों को कम करेगा। हमारा प्रयास कैंसर पीड़ित मरीजों के दैनिक जीवन में सामान्य स्थिति और स्थिरता की भावना लाना।

बीएमसी डेकेयर सेंटर की सराहना करते हुए बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि वेदांता समूह के अध्यक्ष श्री अनिल अग्रवाल के दूरदर्शी नेतृत्व में बालको मेडिकल सेंटर कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए आशा की किरण बनकर उभरा है। हम नया रायपुर में इस अत्याधुनिक सुविधा के माध्यम से बेहतर उपचार की सुविधा प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध हैं जो लोगों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। शहर के मध्य में डेकेयर सेंटर कैंसर से जूझ रहे व्यक्तियों को स्वास्थ्य सेवाएं देने के लिए तैयार है।

बालको मेडिकल सेंटर की चिकित्सा निदेशक डॉ. भावना सिरोही ने बताया कि सेंटर को मरीजों के लिए बेहतर चिकित्सा सेवा प्रदान करने के लिए बेहरी तरीके से डिज़ाइन किया गया है, जिसमें कीमोथेरेपी रूम में प्रचुर प्राकृतिक प्रकाश व्यवस्था की गई है। बेहतर वातारण में मरीज अधिक खुशी महसूस करते हैं जिसके परिणामस्वरूप तेजी से स्वास्थ्य लाभ होता है। उन्होंने कहा कि मरीजों की हालत को नियंत्रित करने और कीमोथेरेपी दवाओं की शीघ्र डिलीवरी सुनिश्चित करने के लिए केंद्र में ही ऑन्को-फार्मासिस्ट के साथ उपचार के अंतरराष्ट्रीय गुणवत्तापूर्ण सुविधा उपलब्ध है।


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बालको के सुरक्षा संकल्प के 2 वर्ष पूरे, सुरक्षा संस्कृति को मिला बढ़ावा 

बालकोनगर, 13 दिसंबर 2023।

वेदांता समूह की कंपनी भारत एल्यूमिनियम कंपनी लिमिटेड (बालको) ने अपने सुरक्षा कार्यक्रम ‘सुरक्षा संकल्प’ के दो साल पूरे होने का जश्न मनाया। बालको शॉप फ्लोर टीम और संगठन के विभिन्न विभागों में काम करने वाले कर्मचारियों एवं व्यावसायिक साझेदारों ने जागरूकता कार्यक्रम में हिस्सा लिया। बीते दो सालों में सुरक्षा संकल्प पहल ने संयंत्र परिसर के भीतर कड़े सुरक्षा उपायों को प्रोत्साहित करने में शानदार सफलता हासिल की है। 

दिसंबर 2021 से आरंभ सुरक्षा संकल्प कार्यक्रम का उद्देश्य कोचिंग, कॉउंसिलिंग, मॉनिटिरिंग और त्वरित प्रतिक्रिया प्रदान करने में निहित सुरक्षा संस्कृति का पोषण करना है। हर महीने के पहले दिन आयोजित होने वाले व्यापक प्रशिक्षण सत्रों ने कर्मचारियों को कार्यस्थल पर रचनात्मक परिवर्तन लाने के लिए प्रेरित करते हुए सुरक्षा-प्रथम मानसिकता विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। लगातार 25 वें प्रशिक्षण में 1500 से अधिक कर्मचारियों और व्यावसायिक साझेदारों ने हिस्सा लिया। सभी का उत्साह सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता के दो उल्लेखनीय वर्षों के सफल समापन का प्रतीक है। 

सुरक्षा संकल्प कार्यक्रम अपने संचालन के सभी क्षेत्रों में सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए डिज़ाइन की गई विविध प्रकार की थीम को शामिल करता है। कंपनी व्यक्तियों को सुरक्षा उपायों के बारे में शिक्षित करने सहित उनको प्रोत्साहित करती है। अपने संबंधित विभागों के भीतर सुरक्षा जागरूकता के प्रति अटूट प्रतिबद्धता दिखाई है और दूसरों को कार्यस्थल में सुरक्षा को प्राथमिकता देने के लिए प्रेरित किया है। 

बालको के मुख्य कार्यकारी अधिकारी एवं निदेशक श्री राजेश कुमार ने कहा कि बालको में कर्मचारियों की सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता में से एक है जो हमारी कार्य संस्कृति का हिस्सा है। ‘सुरक्षा संकल्प’ एक मजबूत सुरक्षा संस्कृति को बढ़ावा देने में सहायक रहा है जो हमारे कर्मचारियों और व्यावसायिक साझेदारों की भलाई को प्राथमिकता देता है। यह मील का पत्थर एक सुरक्षित कार्य वातावरण बनाने के हमारे सामूहिक प्रयासों का प्रमाण है। जैसे-जैसे हम आगे बढ़ेंगे हम सुरक्षा के उच्चतम मानकों को कायम रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं। 

बालको ने वार्षिक कोयला खादान सुरक्षा पखवाड़ा-2023 के अंतर्गत चोटिया कोयला खदान में सुरक्षा जागरूकता कार्यशाला का भी आयोजन किया। आयोजित कार्यशाला में खदान के भीतर महत्वपूर्ण सुरक्षा प्रोटोकॉल एवं प्रथाओं पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित हुईं। कार्यक्रम में लगभग 200 से अधिक कर्मचारियों और व्यावसायिक भागीदारों ने भाग लिया जिन्होंने एक मजबूत सुरक्षा संस्कृति बनाने का संकल्प लिया। 

कंपनी अपने कर्मचारियों और समुदाय के सदस्यों के बीच जागरूकता बढ़ाने के लिए सुरक्षा-केंद्रित कार्यक्रम आयोजित करके हर साल राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन करती है। बालको सुरक्षित ड्राइविंग पाठ्यक्रम, अग्नि सुरक्षा सत्र और सड़क सुरक्षा जागरूकता सहित रेट्रो-रिफ्लेक्टिव सुरक्षा साइनबोर्ड की स्थापना किया है। बालको के प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा माह का आयोजन और विभिन्न सुरक्षा प्रशिक्षण सत्रों से कर्मचारियों सहित स्थानीय समुदायों में सुरक्षा जागरूक को बढ़ावा मिला है। 

मजबूत सुरक्षा संस्कृति का निर्माण करने के लिए कंपनी कई अत्याधुनिक तकनीकों को शामिल किया है। जैसे- ऑगमेंटेड एंड वर्चुअल रिएलिटी आधारित प्रशिक्षण केंद्र, वीडियो एनालिटिक्स, सस्टेनेबेलिटी मोबाइल ऐप और ई-लर्निंग पाठ्यक्रम जैसे डिजिटलीकरण के माध्यम से कर्मचारियों को सुरक्षा संस्कृति से जोड़ा गया है। सुरक्षा क्षेत्र में बालको अत्याधुनिक सेंट्रलाइज्ड सिक्योरिटी ऑपरेशंस सेंटर की मदद से यातायात एवं सड़क सुरक्षा और आपूर्ति श्रृंखला सहित विभिन्न सुरक्षा कार्यों में बेहतर निर्णय लेने के लिए डिजिटल इंटेलिजेंस और डेटा अंतर्दृष्टि का लाभ उठा रहा है। रियल टाइम डेटा की निगरानी, कोयला यार्ड में हॉट स्पॉट डिटेक्शन सिस्टम जैसी परियोजनाओं सहित एंड-टू-एंड डिजिटल डैशबोर्ड की सुविधा और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए थर्मल निरीक्षण का उपयोग करना शामिल है। शॉप फ्लोर में भारी वाहनों के सुरक्षित आवागमन को सुनिश्चित करने के लिए  एलईडी लोगो प्रोजेक्टर का प्रयोग हो रहा है। सड़क सुरक्षा को बढ़ाने के लिए आंतरिक वाहन संचालन में अत्याधुनिक एआई तकनीक एडवांस ड्राइवर असिस्टेंस सिस्टम (एडीएएस) और ड्राइवर मॉनिटरिंग सिस्टम (डीएमएस) को लागू किया गया है।  

कंपनी अपने प्रचालन क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी फर्स्टदृष्टिकोण के अनुरूप विभिन्न नवाचारों को अपनाने और कर्मचारियों की सुरक्षा को सर्वोपरी रखने का कार्य किया है। द एनर्जी एंड एनवायरनमेंट फाउंडेशन की ओर से "गोल्ड कैटेगरी" में बालको को ग्लोबल रोड सेफ्टी अवार्ड 2023 पुरस्कार प्राप्त हुआ है। कंपनी ने सुरक्षा डिजिटलीकरण पर अपनी 'सुरक्षा संकल्प कुटुंब' परियोजना के लिए 5वीं सीआईआई राष्ट्रीय सुरक्षा अभ्यास प्रतियोगिता में 'प्लैटिनम विजेता' का दर्जा हासिल किया। 


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